बिहार में बाढ़ पीड़ितों पर पुलिस फायरिंग
बाढ़ राहत सामग्री नहीं मिलने से भड़के लोगों ने मंगलवार को घोसवरी प्रखंड मुख्यालय पर जमकर पथराव किया.
घोसवरी में प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए फायरिंग करती पुलिस. |
साथ ही प्रखंड कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की. आक्रोशित भीड़ को खदेड़ने के लिए अंचल गार्ड और घोसवरी थाने के जवानों को लाठीचार्ज के साथ हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इसमें आठ महिलाएं व चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. हंगामा करने वाले कुम्हरा पंचायत के दलित व महादलित परिवार के लोग थे.
घोसवरी प्रखंड के बीडीओ सुशील कुमार सिन्हा ने बताया कि करीब एक हजार की भीड़ ने अचानक प्रखंड मुख्यालय घेर लिया. बाढ़ पीड़ितों से बात चल ही रही थी कि अचानक भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया. प्रखंड मुख्यालय पर भीषण पथराव देख बीडीओ और सीओ को जान बचाकर भागना पड़ा. लोग अंचल गार्ड के बैरक में घुस गए और बैरक में जमकर पथराव शुरू कर दिया. पथराव थमता नहीं देख अंचल गार्ड और रिजर्व गार्ड के जवानों ने जान बचाने की गरज से हवाई फायरिंग शुरू कर दी.
आठ से दस चक्र फायरिंग के बाद भीड़ तितर बितर हो गई. भीड़ को काबू करने के बाद एसडीएम नय्यर इकबाल ने राहत वितरण शुरू करने का आासन दिया. बाढ़ पीड़ितों के पथराव में चार पुलिस जवान जख्मी हो गए वहीं पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किए जाने से आठ महिलाओं को चोट लगने की बात बताई जा रही है.
अंचल गार्ड जवानों ने बताया कि बार बार मना करने के बावजूद उत्तेजित भीड़ बैरक में घुस गई और तोड़फोड़ के बाद भीड़ में शामिल उपद्रवी जवानों से हथियार छीनने लगे. कई जवानों को पकड़ कर पत्थर से पीटा. इसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई की. दलित व महादलित परिवार से जुड़े बाढ़ पीड़ितों की नाराजगी कुम्हरा पंचायत के मुखिया और प्रखंड के अंचलाधिकारी के प्रति थी क्योंकि पीड़ितों द्वारा बार बार नाव और राहत सामग्री मांगे जाने के बाद भी उन लोगों ने चुप्पी साध रखी थी.
बाढ़ के एएसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि प्रथम दृष्टय़ा भीड़ को उकसाकर लाने की सूचना मिली है और भीड़ को कुछ स्वार्थी तत्व लगातार उकसा रहे थे. एएसपी ने हालत को काबू में बताया और कहा कि अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी गई है. जदयू नेता दिलीप पटेल, घोसवरी मुखिया धर्मराज प्रसाद, मनोज, राजेश आदि स्थानीय लोगों ने उत्तेजित भीड़ को शांत करवाकर घर भेजा.
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