बिहार में ऊपर से नीचे तक कायम है भ्रष्टाचार- जीतन राम मांझी
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने स्वीकार किया कि राज्य में ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार कायम है.
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (फाइल) |
जीतन राम मांझी ने माना किया कि राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार सत्तारूढ़ जदयू और नीतीश कुमार के लिए अगले हफ्ते दस सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में संभवत: असहज स्थिति पैदा कर रहे हैं.
उन्होंने पटना में एक समारोह में ग्रामीण विकास अधिकारियों के एक समूह से कहा कि मुझे यह स्वीकार करने में कोई संकोच नहीं है कि सरकारी मशीनरी में ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार व्याप्त है.
मांझी ने कहा कि एक नागरिक के रूप में मैं अनुभव से कह सकता हूं कि अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत की पेशकश किए बगैर सरकारी कार्यालयों में प्रखंड स्तर तक कोई काम नहीं होता.
उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्र जारी करने जैसे काम के लिए अगर कोई व्यक्ति सरकारी कर्मचारियों के पास जाता है तो उससे रिश्वत मांगी जाती है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें रिश्वत नहीं दी जाती है तो वह काम नहीं होता या वे किसी न किसी बहाने आवेदन पर कुंडली मारे बैठे रहते हैं.
मांझी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले बिजली का बिल सुधारने के लिए उनके परिवार के सदस्यों को 5000 रूपये की रिश्वत देनी पड़ी थी.
उन्होंने कहा कि बिजली विभाग ने कुछ वर्ष पहले गया जिले में स्थित मेरे घर पर 25 हजार रूपये का बिल भेज दिया जब मैं मंत्री था. मेरे परिवार के लोगों ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मामले पर गौर करने को कहा लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
मांझी ने कहा कि अंत में मेरे परिवार के सदस्यों को बिल में सुधार करवाने के लिए विभाग के अधिकारियों को 5000 रूपये की रिश्वत देनी पड़ी जबकि मैं सरकार में मंत्री था.
उन्होंने कहा कि उन्होंने मामले को बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उठाया जिनके आदेश पर गया जिले में कुछ अधिकारियों के घर पर छापेमारी की गई जहां से करोड़ों रूपये की नकदी बरामद हुई.
मांझी ने कहा कि कुमार ने बिहार में विकास किया लेकिन भ्रष्टाचार अनवरत जारी रहा.
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