आघात के बाद मस्तिष्क की सुरक्षा करता है विट
Last Updated 12 Jan 2010 03:19:17 PM IST
|
वाशिंगटन। भारतीय मूल के एक अमेरिकी वैज्ञानिक का कहना है कि एक विशेष प्रकार का विटामिन ई मस्तिष्क में उपस्थित एक एंजाइम का काम रोककर आघात के बाद तंत्रिका कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाता है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक चूहे की मस्तिष्क कोशिकाओं में विटामिन ई, प्राकृतिक अवस्था में टोकोट्राईनोल के रूप में पाया जाता हैं। यह विटामिन एक विशेष एंजाइम को वसा अम्ल बनाने से रोकता है। ये वसा अम्ल तंत्रिकाओं (मस्तिष्क कोशिकाओं) को नष्ट करते हैं और इनका निर्माण रुकने से कोशिकाएं नष्ट होने से बच जाती हैं।
ओहियो स्टेट यूनीवर्सिटी (ओएसयू) के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया था। ओएसयू के प्रोफेसर और अध्ययनकर्ता चंदन सेन कहते हैं कि उनके शोध से स्पष्ट हुआ है कि अलग-अलग प्रकार का विटामिन ई अलग-अलग काम करता है। अध्ययन के दौरान उन्होंने जानवरों में इस विटामिन की कार्यप्रणाली और मानव में इसके इस्तेमाल पर भी अध्ययन किया।
उन्होंने कहा कि मस्तिष्काघात के बाद मस्तिष्क कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाने के लिए टोकोट्राईनोल विशेष कार्यप्रणाली को अपनाता है। सेन ने कोलकाता विश्वविद्यालय से 1987 में स्नातक और 1990 में एमएस किया था।
Tweet |