सराहनीय: मतदान के लिए दूल्हा-दुल्हन ने बदली शादी की तारीख

Last Updated 17 Apr 2019 12:42:15 PM IST

लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान के चलते एक दुल्हन और दूल्हे द्वारा अपनी शादी एक दिन टालने के दिलचस्प मामला मध्य प्रदेश के बैतूल में देखने को मिला, जहां दूल्हे और दुल्हन ने 6 मई को होने वाली शादी सिर्फ इसलिए एक दिन आगे बढ़ा दी, ताकि बाराती तसल्ली से मतदान कर सकें।


मामला बैतूल जिले के मर्दवानी और भुड़की गांव का है, यहां दुल्हन शर्मिला और दूल्हा सतीश दोनो पढ़े लिखे हैं। सतीश जहां सेना में सिपाही है, तो आदिवासी गांव मर्दवानी की शर्मिला बीएससी ग्रेजुएट है। परिजनों ने दोनों की शादी की तारीख 6 मई तय कर दी। टेंट से खाना बनाने वाले और बारात लाने ले जाने के लिए गाड़ियों का इंतेजाम कर उन्हें एडवांस दे दिया गया। यहां तक कि सतीश के परिजनों ने आमनण पा छपवाकर अपने कई रिश्तेदारों में बांट भी दिए है।

इस बीच चुनाव की घोषणा ने दूल्हा दुल्हन को बेचैन कर दिया। जो दुल्हन अपने शादी के जोड़े से लेकर हाथ मे मेहंदी रचाने तक कि तैयारी में जुटी हुई थी ने अपने होने वाले हमसफर के साथ तय किया कि शादी 6 मई को नहीं बल्कि 7 मई को होगी। दोनों के इस फैसले को परिवार ने भी माना और दोनों परिवार ने बैठकर तय कर लिया कि मतदान के चलते मेहमानों को होने वाली परेशानी दूर करने शादी 7 मई को होगी।

दुल्हन शर्मिला के मुताबिक उसे ससुराल जाने का रोमांच तो है, लेकिन चुनाव के चलते वह एक दिन और इंतजार कर लेगी। जबकि परिजन बताते हैं कि इससे उन्हें परेशानी तो हुई क्योंकि टेंट और बाकी लोगों को जिस तारीख पर शादी तय थी उसकी बुकिंग दी गयी थी। ऐसे में अब उन्हें दोबारा 7 मई की बुकिंग करनी पड़ी।

दूल्हे के पिता प्रेम उइके ने कहा कि पहले शादी की तारीख 6 मई तय हो गई थी बाद में चुनाव की तारीख भी 6 मई हो गई इसलिए हमने यह सोचकर कि परिवार और ग्रामीण जन मतदान कर सकें, शादी की तारीख 7 मई कर दी।

प्रेम उइके ने बताया कि हमने शादी की पत्रिका (कार्ड) भी 6 मई की छपवा ली थी और कुछ पत्रिकाओं का वितरण भी कर दिया था। अब फिर 7 मई की शादी की पत्रिका छपवाई और दोबारा बांट रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि मतदान के दिन बाराती अपना वोट तसल्ली से डाल सकें।

उधर, अनंतनाग में पदस्थ दूल्हे सतीश ने बताया कि वह 30 अप्रैल को घर आकर शादी की बची तैयारियां पूरी करेगा।

दूल्हा-दुल्हन की इस पहल की जिला निर्वाचन अधिकारी और बैतूल कलेक्टर तरुण कुमार पिथौडे ने सराहना की है। उन्होंने दोनों के इस कदम को मतदाता जागरूकता के लिए की गई प्रेरणादायी मिसाल बताया है।

वार्ता
बैतूल


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment