यहां बारिश में दिखा सांपनुमा पौधा, बना आकर्षण का केंद्र
इन दिनों बारिश के मौसम में एक सर्पनुमा पौधा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
(फाइल फोटो) |
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण में पहाड़ी इलाकों में उग रहा ये सिसालाना पौधा कंटीले पत्तियों वाले पौधे के बीच किसी नाचते हुए सांप का सा आभास देता है.
पौधे का मुख्य तना आमतौर पर सीधा होता है, लेकिन प्राकृतिक कारणों से कभी-कभी सर्पीले आकार में बढ़ता है. इस पौधे के रेशे निकालकर रस्सी, कालीन, कंबल, कागज, गत्ते आदि बनाकर व्यवसायिक उपयोग भी किया जाता है
ग्रामीण इस पौधे को खेत या बाड़ी के मेड़ में जानवरों से सुरक्षा के लिए रोपते हैं. कंटीले पत्ते होने से जानवर नहीं घुसते.
जगदलपुर के काकतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के डॉ. सुशील दत्ता के अनुसार इस पौधे का वानस्पतिक नाम ‘रामबांस सिसालाना’ है. भारत में यह खतपतवार की तरह उगता है, इसके तने में फूल खिलने के बाद वहीं गिरकर नए पौधे निकलते हैं.
उन्होंने बताया कि एक पौधे की आयु लगभग सात से 10 वर्ष होती है तथा एक तने में 200 से ढाई सौ तक पत्तियां पाई जाती हैं. उन्होंने बताया कि इसकी पत्तियों का उपयोग फाइबर के रूप में किया जाता है.
Tweet |