सिक्के के आकार की बिल्डिंग!
हर बिल्डिंग अपने में अलग व अद्भुत है. इन्हीं अद्भुत बिल्डिंगों की श्रेणी में सिक्के के आकार की यह इमारत दुनिया की पहली सर्कुलर गगनचुंबी इमारत है.
फाइल फोटो |
कहते हैं कि किसी बिल्डिंग को सजाने में जितनी मेहनत वहां पर रहने वाले लोग करते हैं, ठीक उसी प्रकार उसकी अनोखी शेप को बनाने का श्रेय उस बिल्डिंग के आर्किटेक्चर को जाता है. जहां तक बात बिल्डिंग की शेप्स की है तो दुबई हमेशा से ही अपनी अद्वितीय इमारतों के लिए जाना जाता है. चाहे फिर बात बुर्ज खलीफा की हो या फिर इनफिनिटी टावर की. हर बिल्डिंग अपने में अलग व अद्भुत है. इन्हीं अद्भुत बिल्डिंगों की श्रेणी में अब कॉइन बिल्डिंग का नाम भी शुमार हो गया है. सिक्के के आकार की यह इमारत दुनिया की पहली सर्कुलर गगनचुंबी इमारत है.
दुबई के अबू धाबी में स्थित यह बिल्डिंग वास्तव में आल्दर मुख्यालय की इमारत है. इस बिल्डिंग की ओपनिंग साल 2010 में की गई. दुनिया की अनोखी व एकमात्र इमारत को डिजाइन करने का श्रेय जाता है एमजेड आर्किटेक्ट्स को.
इस परियोजना के निर्माण के लिए अरूप इंजीनियर्स को मुख्य सलाहकार बनाया गया तथा इस बिल्डिंग की अवधारणा को पूरा करने के लिए लगभग 12 महीनों का समय लगा. इस परियोजना को अमेरिकी ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के अमेरिकी पण्राली के सिद्धांतों का पालन करते हुए बनाया गया.
इस बिल्डिंग की संरचना को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. इतना ही नहीं, इसे स्पेन में आयोजित बिल्डिंग एक्सचेंज सम्मेलन द्वारा बेस्ट फ्यूचरिस्टिक डिजाइन की श्रेणी में भी रखा गया तथा ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल द्वारा सिल्वर एलईईडी में ग्रीन बिल्डिंग के रूप में भी चिन्हित किया गया.
इस बिल्डिंग में 12 यात्री लिफ्ट, दो सर्विस लिफ्ट, 3 मोनो स्पेस एलिवेटर, एक सर्कुलर हाइड्रोलिक लिफ्ट व दो डंबवेटर्स हैं। इस बिल्डिंग की हाइट लगभग 360 फीट है वहीं इसका फ्लोर एरिया 666000 स्क्वायर फीट है.
23 मंजिला डिस्क शेप्ड इमारत दुबई की सबसे चर्चित इमारतों में से एक है. इस इमारत को बनाने में मुख्य रूप से रिसाइकल ग्लास, स्टील व कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया। यह पूरी बिल्डिंग ग्लॉस वॉल से कोट की गई है तथा इसके अग्रभाग में टयूबलर स्टील डायगोनल बीम का इस्तेमाल किया गया है.
इस बिल्डिंग के डिजाइन एलीमेंट्स को उभारने के लिए लाइटिंग का सहारा लिया गया है. इस लाइटिंग के कारण ही रात में इस बिल्डिंग की शोभा देखते ही बनती है. इस प्रोजेक्ट में अंडरग्राउंड वैक्यूम वेस्ट कलेक्शन के सिस्टम को भी अपनाया गया है. जिसके कारण इस बिल्डिंग का सारा वेस्ट सीधे रिसाइकिलिंग स्टेशन तक ट्रांसफर हो जाता है और वेस्ट को कलेक्ट करने के लिए वाहनों की आवश्यकता नहीं पड़ती. आबू धाबी में इस प्रणाली पर आधारित यह अपनी तरह की पहली बिल्डिंग है.
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