किशोर अवस्था में जेल, युवा अवस्था में अरबपति?

Last Updated 01 Oct 2015 03:01:38 PM IST

कहते हैं किस्मत आपको पहले दरदर की ठोकरें खिलाती है फिर एक दिन आपको सितारा बनाती है. यही हुआ एक किशोर के साथ जो ड्रग तस्करी में जेल गया और सजा काटने के कुछ साल बाद ही वह दुनिया का अरबपति बन गया.


प्राइड ऑफ ब्रिटेन अवॉर्ड

कहते हैं कि इंसान में कुछ करने का जज्बा तो वह अपनी दुनिया बदल सकता है. यह कहानी है 36 साल के ब्रिटेन के डुआन जैकसन की जिसने जेल में पढ़ाई कर अपना जीवन ही बदल डाला. डुआन अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ होव में रहते हैं. हाल ही में ‘प्राइड ऑफ ब्रिटेन अवॉर्ड’ से सम्मानित किए गए. डुआन अपने जैसे लाखों लोगों की प्रेरणा बनकर उभरे हैं.

उनके जीवन में आए क्रांतिकारी बदलाव के चलते ही उन्हें इस पुरस्कार के तहत ‘प्रिंस ट्रस्ट अचीवर’ चुना गया. 15 साल की उम्र में ही गलत संगत में पड़ने के कारण पूर्वी लंदन में जन्मे डुआन दो बार स्कूल से निकाले भी गए थे.



पढ़ाई में बिना किसी खास योग्यता के 19 साल की उम्र में उनके सामने एक ऐसा वक्त भी आया जब उनके पास कमरे का किराया देने के पैसे नहीं थे. इसी दौरान उन्होंने नशीली दवाओं का कारोबार करने वालों से संपर्क साधा और अपराध की दुनिया में चले गए.

ड्रग तस्करी में दो बार बच निकले डुआन तीसरी बार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गए. जज ने उनकी कम उम्र को देखते हुए उन्हें पांच साल जेल की सजा सुनाई. सजा के दौरान ही डुआन ने अपनी जिंदगी का रुख बदला.



वहां उन्होंने आइटी के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को निखारने और अन्य कैदियों को पढ़ाने का काम किया.


2002 में जेल से बाहर आने के बाद उनकी जिंदगी की दिशा बदल चुकी थी. जेल से बाहर आकर डुआन ने प्रिंस चार्ल्स के ट्रस्ट से संपर्क साधा और उनकी सहायता से ‘कैशफ्लो’ नाम की सॉफ्टवेयर कंपनी खोली.
 



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