यहां हर घर में है शौचालय
Last Updated 29 Oct 2014 06:01:32 PM IST
ओडिशा में कोरापुट जिले के सभी गांव के 522 घरों में अब पक्के शौचालय बन चुके हैं.
हर घर में शौचालय(फाइल फोटो) |
कहने को वह देश के सबसे पिछड़े जिलों में से एक के वाशिंदे हैं, जिन्हें बाहरी दुनिया के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने सामाजिक सफलता की एक ऐसी मिसाल पेश की है जो दूसरों के लिए अनुकरणीय है.
ओडिशा के कोरापुट जिले में कोरापुट और सेमिलिगुदा ब्लॉकों के 11 गांव के 522 घरों में अब पक्के शौचालय बन चुके हैं और इन घरों में रहने वाले लोग खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त हैं.
कोरापुट से 60 किलोमीटर दूर स्थित कोरापुट ब्लॉक के चंद्रमुंदर गांव की 60 वर्षीय कमला जैन ने बताया, ‘हमारे गांव के सभी 96 घरों में अब शौचालय है, अधिकतर आदिवासी अब शौचालय का प्रयोग करते हैं और यहां खुले में शौच पर सख्त मनाही है.’
कोरापुट ब्लॉक के चंद्रमुंदर सहित चकरलिगुदा, खापारापुट, गांधीपुट, स्टेशन सुकु, मालुगुडा, हल्दीपुट और सेमिलिगुदा ब्लॉक के बांदगुदा, डोरागुदा, जागमपुट व सादाम अब खुले में शौच मुक्त क्षेत्र बन गए हैं.
गांवों में शौचालय संस्कृति को विकसित करना आसान नहीं था, क्योंकि यहां के सभी लोगों को खुले में शौच की आदत थी, वह इसके दुष्प्रभावों से भी वाकिफ नहीं थे.
ग्रामीणों को खुले में शौच के बुरे प्रभाव से सचेत करने के लिए जिला प्रशासन को कई बार जागरूकता शिविरों का आयोजन करना पड़ा.
जिला जल और स्वच्छता अभियान (डीडब्ल्यूएसएम), कोरापुट के संयोजक देबाशीष पटनायक ने बताया, ‘जब हमने ग्रामीणों से अपने घरों में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण करने के लिए संपर्क किया तब उनकी प्रतिक्रिया नकारात्मक थी,’ उन्होंने बताया, ‘हम दृढ़संकल्प थे और हमने कई नुक्कड़ नाटकों, पोस्टर और सचित्र प्रस्तुतियों के जरिए ग्रामीणों को खुले में शौच के बुरे प्रभाव से अवगत कराया.’
Tweet |