रेलवे चेयरमैन के घर टॉयलेट पेपर नहीं भेजा तो कर दिया ट्रांसफर
ये है भारतीय रेल! रेलवे बोर्ड चेयरमैन के घर पर टॉयलेट पेपर नहीं भेजा तो ट्रेनिंग पर भेजकर दूसके अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई.
रेलवे का सामान नहीं भेजा तो ट्रांसफर (फाइल फोटो) |
अच्छे दिनों का इंतजार कर रही भारतीय रेलवे की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं के बाद ताजा मामला रेलवे बोर्ड चेयरमैन अरूणेन्द्र कुमार से जुड़ा सामने आया है.
एक अधिकारी ने आरोप लगाया है कि अरूणेन्द्र कुमार के घर पर टॉयलेट पेपर भेजने से मना करने पर उसे अनाश्वयक ट्रेनिंग पर भेज दिया और पीछे से उसकी जगह अन्य अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई.
नॉर्दर्न रेलवे में सीनियर डिविजनल मैकेनिकल इंजीनियर की पोस्ट पर तैनात रहे अजय सिंह ने यह आरोप लगाते हुए नॉर्दर्न रेलवे के चीफ मैकेनिकल इंजीनियर एके पुठिया को पत्र लिखकर दावा किया कि उन्हें दोषी बनाया जा रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि अरूणेन्द्र कुमार के घर से नौ अगस्त को टॉयलेट पेपर रॉल भेजने का आदेश आया. उन्होंने इससे इनकार कर दिया और इसके बाद चेयरमैन की पत्नी कांता कुमार से मिलने भी नहीं गए. ये टॉयलेट पेपर सरकारी थे और इनका इस्तेमाल यात्री डिब्बों में होता है.
अजय सिंह ने बताया कि इसके बाद 26 अगस्त को उन्हें एक पत्र मिला जिसमें पांच सप्ताह के लिए ट्रेनिंग पर जाने के लिए कहा गया था. वहीं 14, 21 और 23 अगस्त को चीफ इंजीनियर पुठिया ने उन्हें फोन किया और चेयरमैन के घर जाने के बारे में पूछा जिस पर मैंने मना कर दिया.
वहीं 27 अगस्त को एक पत्र भेजकर बताया गया कि उन्होंने अपनी परफोर्मेस पर दाग लगाया है.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरूणेन्द्र कुमार ने इन आरोपों को निराधार बताया है और कहाकि उनके घर में टॉयलेट पेपर इस्तेमाल ही नहीं होतेे. उन्होंने कहाकि अजय सिंह को डर है कि कहीं दिल्ली से बाहर उनका तबादला न कर दिया जाए. साथ ही ट्रेनिंग पर भेजना आम बात है, इसमें नया क्या है.
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