सेल्फी खींचने वाले बंदर पर अमेरिकी कोर्ट का फैसला, नहीं बनता उसका कॉपीराइट
अमेरिकी कॉपीराइट विभाग ने पुष्टि की है कि किसी भी जानवर द्वारा खींची गई सेल्फी पर उसका कॉपीराइट नहीं हो सकता है.
सेल्फी खींचने वाले बंदर पर कोर्ट का फैसला (फाइल फोटो) |
तीन साल पहले इंडोनेशिया के सुलावेसी आइलैंड पर ब्लैक मकैक बंदर द्वारा खींची गई सेल्फी के कारण विकिपीडिया और फोटोग्राफर डेविड स्लेटर के बीच विवाद चल रहा था.
विकिपीडिया और फोटोग्राफर, दोनों का कहना है कि सेल्फी पर उनका हक है. विकिपीडिया ने अपने पेज से बंदर की इस चर्चित सेल्फी को हटाने से मना कर दिया था.
विकिपीडिया का कहना है कि चूंकि तस्वीर बंदर ने खुद खींची है, इसलिए फोटोग्राफर डेविड स्लेटर का इसपर कोई हक नहीं बनता.
कॉपीराइट नियमन एवं प्रणाली पर इस हफ्ते प्रकाशित एक रिपोर्ट में अमेरिकी नियामक ने उन उदाहरणों को हवाला दिया, जो कॉपीराइट के नियम से बाहर हैं.
नेशनल जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी नियामक ने \'बंदर द्वारा खींची गई तस्वीर\' और हाथी द्वारा बनाई गई पेंटिंग का उदाहरण दिया.
गौरतलब है कि फोटोग्राफर डेविड स्लेटर जब 2011 में विलुप्तप्राय ब्लैक मकाउ बंदरों की तस्वीरें ले रहे थे तो उस दौरान उनमें से एक बंदर ने उनका कैमरा छीन लिया और सैकड़ों तस्वीरें लीं.
इनमें से एक सेल्फी कई दिनों से सुर्खियों में बनी रही है.
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