राजस्थान में रहने वाली महिला जैसे ही होती है भावुक, निकलते है खून के आंसू!
राजस्थान के कोटा में रहने वाली 22 वर्षीय एक महिला जब भी रोती है तो आंखों से पानी नहीं, खून बहने लगता है.
इस महिला के निकलते है खून के आंसू! (फाइल फोटो) |
दरअसल, ये महिला एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रही है. इतना ही नहीं, ये महिला देश में ऐसी तीसरी मरीज है जिसकी आंखों से खून बहता है.
पीड़ित महिला का नाम लक्ष्या बैस है और इसका इलाज सरकारी अस्पताल महाराव भीम सिंह अस्पताल में चल रहा है.
राजस्थान के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि अपने करिअर में पहली बार ऐसे किसी रोगी को देख रहे हैं. उन्होंने दावा किया लक्ष्या तीसरी ऐसी रोगी है, जो आंखों से स्वतः खून निकलने की दुर्लभतम बीमारी से जूझ रही है.
इससे पूर्व, ऐसे ही दो रोगियों का लखनऊ और कोलकाता में इलाज किया गया था.
खून के आंसू निकलना, खून के थक्के जमने की बीमारी है. यह शरीर का वंशानुगत दोष है. इस दुर्लभतम बीमारी की जांच काफी महंगी है और इसके लिए सुविधाएं आसानी से मुहैया नहीं होती हैं.
महिला के पिता रतन सिंह कोटा के महिला पुलिस थाने में एसएचओ हैं.
उन्होंने बताया कि इस दुर्लभ बीमारी का पहली बार इस साल 25 मई को पता चला जब उदयपुर में पढ़ने के दौरान लक्ष्या की आंखों से खून निकलने लगा और वह कुछ देर बाद बेहोश हो गई.
इलाज के लिए उसे दिल्ली के एम्स, उदयपुर, जोधपुर, मुंबई, अहमदाबाद ले गए, लेकिन कहीं भी डॉक्टरों को उसकी बीमारी का उपचार नहीं कर सके.
रतन सिंह ने बताया कि इन अस्पतालों की मेडिकल रिपोर्ट में लक्ष्या को सामान्य बताया गया है. लक्ष्या थोड़े समय के लिए ठीक हो गई थी.
हाल ही में फिर उसकी आंखों से खून बहने लगा, जिसके बाद उसे एमबीएस हॉस्पिटल ले गए थे.
डॉक्टरों ने बताया कि इस तरह आंखों से खून बहने को हेमोलेक्रिया कहते है. वैसे अभी तक यह रहस्य ही बना हुआ है कि क्यों कुछ लोगों को खून के आंसू निकलते हैं.
वहीं आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार यह रोग हॉर्मोन्स परिवर्तन के चलते होता है.
डॉक्टरों के अनुसार यह रोग जैसे यकायक शुरू होता है वैसे ही ठीक भी हो जाता है. इससे पीड़ित रोगी अधिकांश युवा होते हैं. हेमिल्टन आई इंस्टीट्यूट के जेम्स फ्लेमिंग के अनुसार जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है यह रोग धीरे-धीरे खत्म हो जाता है.
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