UP-उत्तराखंड में भाजपा, पंजाब में कांग्रेस छायी

Last Updated 11 Mar 2017 08:25:18 PM IST

भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में बिखरे हुए विपक्ष को बुरी तरह मात देते हुए धमाकेदार जीत दर्ज की. भाजपा नेताओं ने इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को देते हुए इसे उनकी गरीब समर्थक नीतियों की जीत बताया.


अमित शाह भाजपा की जीत पर विजयी मुद्रा बनाते हुए.

मतगणना लगभग समाप्त होने के समय गोवा एवं मणिपुर में भाजपा कांगेस के साथ करीबी टक्कर में चल रही थी. कांगेस के लिए पंजाब से राहत की खबर मिली जहां उसका सरकार बनाना अब तय हो चुका है.

मोदी की अगुवाई में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में सत्ता से 15 साल के बनवास के बाद अपनी धमाकेदार वापसी की है. चुनाव में सपा एवं बसपा का बहुत खराब प्रदर्शन रहा. प्रदेश की  403 विधानसभा सीटों में भाजपा को 312 सीटों पर जीत मिली. उत्तर प्रदेश में यह अभी तक किसी भी पार्टी को मिला सबसे बड़ा जनादेश है.

पार्टी नेताओं ने इस सफलता का श्रेय मोदी को दिया. मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने 2014 के संसदीय चुनाव की तरह इस बार भी भारी सफलता पाने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत की.

नेशनल कांफ्रेन्स नेता उमर अब्दुल्ला ने आज के नतीजों को सुनामी करार दिया और भविष्यवाणी की कि भाजपा न केवल 2019 बल्कि 2024 में भी संसदीय चुनाव जीतने की स्थिति में है.

उत्तर प्रदेश में चुनावी रणनीति को बनाने एवं उसे अंजाम देने वाले शाह ने कहा कि इस जीत ने मोदी को आजादी के बाद सबसे बड़े नेता का दर्जा प्रदान कर दिया है.


भाजपा प्रमुख शाह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''जीत का एकमात्र कारण मोदी सरकार का कामकाज रहा.'' उन्होंने कहा, ''नतीजों ने मोदी में गरीब लोगों के भरोसे को दिखा दिया है. उनके राजनीतिक विरोधियों तक को स्वीकार करना होगा कि देश की आजादी के बाद वह सबसे बड़े नेता बनकर उभरे हैं.'' उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''यह मोदी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार मुक्त शासन एवं गरीब समर्थक नीतियों की जीत है.''

उत्तराखंड में भाजपा को 56 सीटें मिली है तथा वह एक सीट पर आगे चल रही है. कांगेस 11 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है. कांगेस के मुख्यमंत्री हरीश रावत दोनों सीटों से चुनाव हार गये.

केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में पार्टी कार्यालय में मनायी जा रही खुशियों के बीच कहा, ''भाजपा उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश में एक नयी ऊंचाई पर पहुंच गयी है और देश की राजनीतिक तस्वीर को बदल दिया है.''


कांगेस 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 77 सीटें जीतकर स्पष्ट रूप से विजेता है. भाजपा तीन सीटों के साथ चौथे स्थान पर रही. आप 20 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है. अकाली दल को 15 सीटें मिली हैं.

मणिपुर में अभी तक गणना जारी है. राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 20 और कांगेस 25 सीटों पर जीत दर्ज की है. गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में 17 सीटे कांगेस ने जीती हैं. भाजपा को 13 सीटों पर जीत मिली है.

इन नतीजों के कारण भाजपा के कार्यालयों और पार्टी के दबदबे वाले क्षेत्र में जश्न मनाया जा रहा है. पार्टी के सदस्यों ने सड़कों और भाजपा कार्यालयों में मिठाई बांटी और नाच कर जीत की खुशी व्यक्त की. पार्टी के एक नेता ने कहा कि होली जो रविवार और सोमवार को मनायी जाने वाली थी, उसे एक दिन पहले मनाया जा रहा है.


बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा की जीत को स्तब्ध करने वाली और गले से नीचे उतरने में कठिन बताया. उन्होंने सात चरणों हुए चुनावों में मतदान में गड़बड़ी होने की आशंका जतायी.

उन्होंने अपने आरोपों के समर्थन में कोई साक्ष्य नहीं दिया और ऐसी आशंका है कि उसे कोई गंभीरता से नहीं ले. उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में तीसरे स्थान पर आयी है.

भाजपा ने उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में अपना कोई मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित नहीं किया था. भाजपा संसदीय बोर्ड एवं राज्य में विधायक दल की बैठक में कल मुख्यमंत्री का चुनाव किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश की निर्वतमान विधानसभा में भाजपा की महज 47 सीटें हैं.

इस चुनाव में पार्टी को 40 प्रतिशत वोट मिले हैं. उत्तर प्रदेश के चुनाव को मोदी की लोकप्रियता और नोटबंदी पर जनादेश माना जा रहा था. पार्टी ने यह चुनाव एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को उतारे बिना जीता है.

कांगेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने स्वीकार किया कि पार्टी की बड़ी पराजय हुई है. उन्होंने कहा, ''हां, उप्र में एक बड़ा नुकसान हुआ है, इसने आहत किया है..मैं सहमत हूं कि उप्र में हमें समग्रता से कांगेस के लिए बुनियादी पुनर्गठन करना है. रणनीति को लेकर कड़े, कठोर निर्णय करना चाहिए.''

कांगेस के एक अन्य नेता शकील नेता ने पार्टी के खराब प्रदर्शन का कारण जनता का मूड बताया. उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी.

भाजपा ने इससे पहले अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन 1991 में राम जन्मभूमि की लहर के दौरान किया था जब अविभाजित राज्य की 425 सीटों में से उसे अपने बूते 221 सीटें मिलेंगी.

 

 


सपा नेता एवं राज्य के मंत्री गायत्री प्रजापति अमेठी में भाजपा प्रत्याशी एवं कांगेस नेता संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह से पीछे चल रहे हैं. प्रजापति एक अल्पवय लड़की से कथित बलात्कार के मामले में वांछित हैं.

ग्राफ सौजन्य: निर्वाचन आयोग.

 

भाषा


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