प्रत्याशी खुलकर नहीं मना पाएंगे जीत का जश्न
दिल्ली, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे रविवार को आने वाले हैं. चुनाव जीतने के बाद भी कोई उम्मीदवार इस बार खुलकर खुशी नहीं मना पाएगा.
प्रत्याशी खुलकर नहीं मना पाएंगे जीत का जश्न (फाइल फोटो) |
दरअसल, चुनाव हो जाने के बाद भी चुनाव आयोग की सख्ती जारी रहेगी. मिठाई बांटने, पटाखे फोड़ने और रैली निकालने पर होने वाला खर्च संबंधित प्रत्याशी के खाते में जुड़ेगा.
चुनाव आयोग 8 दिसंबर की रात 12 बजे तक प्रत्याशियों के ऐसे सभी खर्चों पर नज़र रखेगा. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ये नई गाइड लाइन जारी की है.
आयोग ने सभी जिलों के पर्यवेक्षकों, माइक्रो ऑब्जर्वरों और वीडियो टीमों को अलर्ट जारी कर प्रत्याशियों के जीतने पर किए जाने वाले खर्चों पर सख्त नज़र रखने का कहा है.
इतना ही नहीं प्रत्याशी अगर जीत की खुशी में मोबाइल से एसएमएस करते हैं या फिर रेडियो या टीवी चैनल के माध्यम से बधाई संदेश देते हैं तो वह भी प्रत्याशी के चुनाव खर्च में जुड़ेगा.
मालूम हो कि प्रत्याशियों का चुनावी खर्च 16 लाख रुपए हैं.
इधर, भाजपा और कांग्रेस ने कहा है किये बंदिश गलत है. चुनाव आयोग का फैसला पूरी तरह अव्यवहारिक है. प्रत्याशियों का खर्च मतदान वाले दिन तक ही जोड़ा जाना चाहिए.
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