जसोदा बेन को मोदी से कोई शिकवा नहीं तो कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों?

Last Updated 25 Apr 2014 11:47:47 AM IST

योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि जसोदा बेन को ही नरेन्द्र मोदी से कोई गिला-शिकवा नहीं है तो कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों हो रहा है.


रामदेव (फाइल)

योगगुरु बाबा रामदेव ने होशियारपुर में कहा है कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी फकीर जैसे हैं और उनके निजी जीवन में किसी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि जसोदा बेन कोई आतंकवादी नहीं हैं, जो उन्हें आश्रम में छिपाकर रखा गया हो.

रामदेव ने यह भी कहा कि जब जसोदा बेन को ही मोदी से कोई गिला-शिकवा नहीं है तो कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. उन्होंने कहा कि संन्यासी आदमी किसी के गृहस्थ जीवन में दखलंदाजी नहीं करता. कांग्रेस बेबुनियादी बातें करती है.

मालूम हो कि अंग्रेजी पत्रिका दि वीक में दावा किया गया कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदा बेन को बाबा रामदेव के एक आश्रम में भेजा गया.

\"\"जसोदा बेन पर तीर्थाटन

दि वीक की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि नरेंद्र मोदी के गुजरात की वडोदरा सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद उनकी परित्यक्त पत्नी जसोदा बेन को तीर्थाटन के बहाने कड़ी सुरक्षा के बीच ऋषिकेश स्थित योगगुरु बाबा रामदेव के एक आश्रम में भेज दिया गया है.

पत्रिका ने विश्व हिंदू परिषद और द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है.

पत्रिका के 27 अप्रैल को आने वाले अंक की एक विशेष रिपोर्ट में कहा गया है कि 13 अप्रैल को मोदी के नामांकन पत्र में जसोदाबेन को पत्नी स्वीकारने के बाद कुछ हिंदू कार्यकर्ता और सुरक्षा अधिकारी तीर्थयात्रियों के वेश में ब्राह्मणवाड़ा गांव में जसोदाबेन के घर तीन सफेद एसयूवी गाड़ियों में गए और उन्होंने जसोदाबेन को चार धाम की यात्रा पर जाने का प्रस्ताव किया. उन्होंने कहा कि आपका चारधाम की यात्रा का सपना पूरा होने वाला है.

रामदेव के आश्रम में जसोदा बेन?

सूत्रों ने बताया कि यह समूह जसोदा बेन को गाड़ियों से अहमदाबाद लाया और फिर वहां से एक चार्टर्ड विमान से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड की सीमा पर स्थित किसी स्थान पर लाया गया. रिपोर्ट में इस स्थान का नाम औरंगाबाद बताया गया है.

सूत्रों के अनुसार वहां से गाड़ियों में बिठाकर उन्हें ऋषिकेश में नीलकंठ महादेव मंदिर के समीप पहाड़ी पर स्थित बाबा रामदेव के आश्रम में पहुंचाया गया. रिपोर्ट के अनुसार आश्रम में काम करने वालों ने भी स्वीकार किया कि 13 तारीख को वहां एक महिला आई हैं.
 



 



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