पंजाब के चुनाव मैदान में टिक्कू,काका,बन्नी और बिट्टू
पंजाब के विधानसभा चुनाव में राजनीतिज्ञ अपने परिजनों के साथ-साथ सार्वजनिक जीवन में भी घरेलू नामों से जाने जा रहे हैं.
|
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पुत्र रनिंदर सिंह राजनीतिक गलियारे से लेकर खेल जगत में अपने साथियों के बीच ‘टिक्कू’ के नाम से लोकप्रिय हैं.
पटियाला शाही परिवार के 13 वें वंशज रनिंदर को उनके पूर्ववर्ती शाही दज्रे और पिता के प्रभाव के चलते कांग्रेस नेता सम्मान के साथ ‘टिक्कू जी’ कहते हैं. रनिंदर समाना विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. पंजाब में 30 जनवरी को विधानसभा चुनाव होंगे.
प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को कांग्रेस सदस्य ‘महाराजा साब’ कहते हैं और संवाददाता उन्हें ‘कैप्टन साहिब’ कहते हैं. उनकी पत्नी और पटियाला से लोकसभा सदस्य परनीत कौर को ‘महारानी साब’ कहा जाता है. पंजाब में वैसे राजनीतिज्ञों के बेटों को आम तौर पर ‘काका जी’ नाम दिया गया है.
शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब कांग्रेस के विज्ञापनों में ‘काका जी’ शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है. निर्वाचन आयोग ने भी कांग्रेस को ‘काका जी’ शब्द के इस्तेमाल से बचने के लिए कहा है.
मोहाली से शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार हरसुखमिंदर सिंह बादल को आम बोलचाल में ‘बब्बी बादल’ और दिवंगत कंवलजीत सिंह के पुत्र को बन्नी कहा जाता है.
प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्य राजिन्दर सिंह को भी ‘काका जी’ कहा जाता है. उनके पिता लाल सिंह सनौर सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. काका रणदीप सिंह अमलोह सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
अन्य राजनीतिज्ञों को प्यार से नन्नू, गोल्डी, बिट्टू, जस्सी नाम से संबोधित किया जाता है. कुछ ने अपने नाम के साथ पप्पी, बिल्लू और हैप्पी जैसे उपनाम जोड़ लिए हैं.
Tweet |