कुशवाहा ने गडकरी को पत्र लिखा
मायावती सरकार के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा है कि भाजपा से जुड़ने के उनके निर्णय को अनावश्यक रूप से विवाद का विषय बनाया जा रहा है.
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उन्होंने भाजपा की सदस्यता को तत्काल स्थगित रखने का ऐलान किया है. मीडिया को जारी भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है, "मुझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उत्तर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी सरकार और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से केंद्र की कांग्रेस सरकार द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है."
उन्होंने कहा, "जिन विवादों में मेरा नाम जानबूझकर घसीटा जा रहा है, उनमें मैं निर्दोष हूं तथा किसी भी निष्पक्ष एजेंसी से जांच के लिए तैयार हूं. अभी तक किसी भी अपराधिक मुकदमे में मेरे खिलाफ किसी भी अदालत से कोई आरोप तय नहीं हुआ है. मेरा कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं रहा है."
कुशवाहा ने पत्र में कहा है, "मेरे ऊपर जो आक्रमण किए जा रहे हैं, वह मेरे पिछड़े वर्ग के आरक्षण में से साढ़े चार प्रतिशत आरक्षण अल्पसंख्यकों के वोट के लालच में छीने जाने के मेरे विरोध के स्वर को दबाने के लिए किए जा रहे हैं. यह कांग्रेस पार्टी द्वारा पिछड़े वर्ग के खिलाफ साजिश का नतीजा है."
उन्होंने कहा है, "मैं नहीं चाहता कि मेरे खिलाफ दुष्प्रचार के आरोपों के परिणामस्वरूप भाजपा को अनावश्यक विवाद का कारण बनाया जाए. इसलिए जब तक मेरे आरोपों की सच्चाई के सम्बंध में उचित निवारण न हो जाए, तब तक मैं भाजपा की सदस्यता को स्थगित रखूंगा. मुझे विश्वास है कि मैं अपने को आरोपों से निर्दोष साबित करूंगा. मैं पिछड़े वर्ग के अधिकार एवं आत्मसम्मान दिलाने के लिए संघर्ष करूंगा."
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