विपक्षी एकजुटता को लेकर अन्य विपक्षी कांग्रेस से काट रहे कन्नी
कर्नाटक चुनाव (Karnataka Election) के बीच कांग्रेस (Congress) के लिए विपक्षी एकता के मुद्दे पर ‘सहयोगियों’ से अच्छी खबर नहीं आई है।
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राजनीतिक उथल-पुथल के बीच NCP नेता शरद पवार (NCP Leader Sharad Pawar) ने यह कहकर महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है कि अभी से यह कहना मुश्किल है कि 2024 का चुनाव कांग्रेस और शिवसेना के साथ मिलकर लड़ा जाएगा।
बता दें कि बिहार (Bihar) में कांग्रेस के समर्थन से सरकार चला रहे जद (यू ) (JD (U) नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कोलकाता जाकर तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की नेता ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से मुलाकात की है।
कांग्रेस के लिए TMC भी एक मुश्किल बनी हुई है। तृणमूल कांग्रेस (Trimool Congress) की नेता ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) कांग्रेस को साथ लिए बिना विपक्षी मोर्चा बनाने की कोशिश कर रही हैं।
उन्होंने जद (यू) नेता नीतीश कुमार को यह पेशकश भी की है कि वह विपक्षी दलों की बैठक पटना में (Opposition parties meeting in Patna) बुलाएं। अब तक कांग्रेस विपक्षी एकता के लिए दिल्ली में बैठक बुलाती थी।
जद (यू ) नेता नीतीश कुमार के साथ राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) भी तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी से मिलने कोलकाता (Kolkatta) गए थे। यानी नीतीश कुमार जो कदम उठा रहे हैं उसे राजद नेता तेजस्वी यादव का भी समर्थन है। हालांकि नीतीश कुमार आजकल विपक्षी नेताओं से होने वाली सभी बैठकों में राजद नेता को भी अपने साथ ले जा रहे हैं।
पिछले दिनों दिल्ली में जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और AAP नेता केजरीवाल (Kejriwal) से मुलाकात की थी तब भी उनके साथ राजद नेता तेजस्वी यादव उपस्थित थे। कांग्रेस के लिए एनसीपी नेता शरद पवार का बयान अधिक महत्वपूर्ण है जिसमें उन्होंने साफ-साफ कहा है कि अगला चुनाव साथ लड़ने के बारे में अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता।
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