ओडिशा : आठ लाख लोगों को निकालने का अभियान

Last Updated 03 May 2019 07:28:09 AM IST

ओडिशा में बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ के पूर्वी तट की ओर मुड़ने के कारण तटीय इलाकों के निचले क्षेत्रों से आठ लाख लोगों को निकालने के लिए बुधवार को एक व्यापक अभियान शुरू किया गया।


चक्रवाती तूफान (सांकेतिक फोटो)

एसआरसी ने बताया कि चेन्नई, विशाखापटनम और मछलीपट्टनम में स्थित डॉप्लर मौसम रडार के जरिए चक्रवात का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तटीय जिलों के निचले और चपेट में आने वाले क्षेत्रों के लोगों को 880 चक्रवात केंद्रों, स्कूल और कॉलेज की इमारतों और अन्य ठिकानों जैसे सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। एसआरसी के मुताबिक, आठ लाख लोगों को निकालने का काम देश में अब तक का सबसे बड़ा खाली कराने वाला अभियान है। ओडिशा के कम से कम 14 जिले - पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, भद्रक, गंजम, खुर्दा, जाजपुर, नयागढ़, कटक, गजपति, मयूरभंज, ढेंकानाल और क्योंझर के चक्रवात की चपेट में आने की संभावना है। साथ ही आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में चक्रवात का प्रभाव पड़ने की संभावना है।
223 ट्रेनें रद्द : रेलवे ने बृहस्पतिवार को कहा कि चक्रवात ‘फोनी’ के मद्देनजर कोलकाता-चेन्नई रूट पर ओडिशा तटरेखा के करीब 223 ट्रेनों को रद्द किया गया है जबकि प्रभावित क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तीन विशेष ट्रेन सेवा में लगाई गई हैं। चक्रवात ‘फोनी’ के तीन मई तक इस राज्य तक पहुंचने की संभावना है।  इसमें 140 मेल,एक्सप्रेस ट्रेनें तथा 83 पैसेंजन ट्रेनें शामिल हैं। एक रेलवे प्रवक्ता ने कहा, ‘चक्रवात फोनी के कारण कोलकाता-चेन्नई रूट के भद्रक-विजयनगरम खंड (ओडिशा तटरेखा पर) पर चार मई की दोपहर तक सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

नौ ट्रेनों का मार्ग बदला गया है जबकि चार अन्य की यात्रा गंतव्य से पहले समाप्त कर दी गई है। रेलवे ने कहा कि अगर प्रस्तावित यात्रा के तीन दिन के भीतर टिकट रद्द करने के लिए पेश किया जाता है तो वह यात्रियों को रद्द ट्रेन या रूट बदलने वाली ट्रेन के लिए पूरा पैसा वापस करेगा।
ओडिशा के 10,000 गांव, 50 शहर हो सकते हैं प्रभावित : ‘फोनी’ की वजह से ओडिशा के अनुमानित तौर पर 10,000 गांव और 52 शहर प्रभावित होंगे। यह चक्रवात भारत के पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा है और शुक्रवार को इसके दक्षिण पुरी से टकराने का अंदेशा है। गृह मंत्रालय ने बताया कि कुल मिलाकर 11.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ेगा, जिनमें से लगभग 3.3 लाख लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जानकारी दी कि बृहस्पतिवार मध्य रात्रि से भुवनेश्वर से उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा। शुक्रवार सुबह से कोलकाता हवाई अड्डे से भी उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा और हालात बेहतर होते ही उड़ानों को बहाल कर दिया जाएगा।
पीएम ने की तैयारियों की समीक्षा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात फोनी की स्थिति को लेकर बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में तैयारियों की समीक्षा की।  आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री को चक्रवात के संभावित मार्ग की जानकारी दी गयी। साथ ही फोनी को लेकर एहतियात के तौर पर और स्थिति से निटपने की तैयारी के तौर पर उठाये गए कदमों की जानकारी दी गयी। इनमें पर्याप्त साधनों की व्यवस्था, एनडीआरएफ और सशस्त्र बलों की टीमों की तैनाती, पेयजल की आपूर्ति का इंतजाम, बिजली और दूरसंचार सेवाओं के अस्तव्यस्त हो जाने पर उन्हें बहाल करने के लिए की गई तैयारी आदि शामिल हैं।

मोदी की चाईबासा रैली को टाला गया
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चाईबासा में पांच मई को होने वाली चुनावी रैली को एक दिन के लिए टाल दिया गया है। पड़ोसी राज्य ओडिशा में शुक्रवार सुबह आने वाले वाले चक्रवाती फोनी के संभावित प्रभावों को देखते हुए इस रैली को टाला गया है। भाजपा के एक नेता ने यह जानकारी दी। भाजपा की झारखंड इकाई के प्रवक्ता राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा में अब प्रधानमंत्री मोदी की रैली छह मई को होगी।

भाषा
भुवनेश्वर/नई दिल्ली/जमशेदपुर


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