लोकसभा में अन्नाद्रमुक और TDP का हंगामा, कार्यवाही बाधित
कावेरी पर बांध के मुद्दे पर अन्नाद्रमुक और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण आज लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
(फाइल फोटो) |
एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दोबारा फिर शुरू हुई तो सदन में अन्नाद्रमुक और तेदेपा सदस्यों का शोर शराबा प्रश्नकाल की तरह ही जारी रहा।
अन्नाद्रमुक और तेदेपा के सदस्य आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। हंगामा कर रहे कुछ सदस्यों ने कागज के टुकड़े उछाले।
हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सदन की मर्यादा भंग की जा रही है। राफेल मामले पर और देश के मुद्दों पर चर्चा होनी है। सदस्यों से आग्रह है कि अपने स्थान पर जाएं। सदन में हंगामे के बीच सुमित्रा महाजन ने आवश्यक कागजात रखवाए। स्पीकर की चेतावनी के बाद भी हंगामा जारी रहा।
इसके बाद अन्नाद्रमुक और तेदेपा के 19 सदस्यों को चार कामकाजी दिनों के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष ने करीब 12:15 बजे कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही तेदेपा सदस्य आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर आसन के निकट पहुंच गए। कुछ देर बाद अन्नाद्रमुक सदस्य भी कावेरी नदी पर बांध का निर्माण रोकने की मांग करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। अन्नादमुक के कुछ सदस्यों ने कागज के टुकड़े उछाले।
शोर-शराबे के बीच ही अध्यक्ष ने सड़क परिवहन मंत्रालय और सूचना और प्रसारण मंत्रालय से संबंधित प्रश्न लिए और इन विभागों के संबंधित मंत्रियों ने पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और सदन की बैठक चलने देने की अपील की। उन्होंने चेतावनी दी कि ‘आप अपनी सीट पर जाइए, नहीं तो सभी को नाम लेकर पुकारूंगी।’
हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने सदन की बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कावेरी मुद्दे पर हंगामा कर रहे अन्नाद्रमुक के 24 सदस्यों को बुधवार को पांच कामकाजी दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। लोकसभा में अन्नाद्रमुक के कुल 37 सदस्य हैं।
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