अमरिंदर सिंह ने पाक आर्मी चीफ को दी चेतावनी, कहा- भारत के पास है बड़ी सेना

Last Updated 26 Nov 2018 02:07:27 PM IST

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को पाकिस्तान के थलसेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर निशाना साधते हुए उन्हें राज्य में आतंकी गतिविधियों और सीमा पर भारतीय सैनिकों के मारे जाने के लिए जिम्मेदार ठहराया।


पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह

मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। यहां उन्होंने उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के साथ करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की आधारशिला रखी।     

करतारपुर साहिब गलियारे के लिए अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का शुक्रिया अदा किया।

कांग्रेस नेता अमरिंदर ने कहा, ‘‘मैं उनके (पाकिस्तान के) थलसेना प्रमुख से कुछ कहना चाहता हूं। मैं भी सेना में रहा हूं और जनरल बाजवा सेवा में मुझसे काफी कनिष्ठ हैं। क्या थलसेना आपको सीमा पर हमारे जवानों को मारना सिखाती है? आप स्नाइपर से उन्हें मारते हैं। क्या आपको बताया गया है कि आपने पठानकोट, दीनानगर में लोगों को मारा?’’     

अमृतसर स्थित निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेड हमले का जिक्र करते हुए 76 साल के अमरिंदर ने कहा, ‘‘लोग एक गांव में सत्संग कर रहे थे और उन पर ग्रेनेड फेंके गए। क्या सेना यही सिखाती है? यह कायराना हरकत है।’’       

उस हमले में तीन लोगों की मौत हुई थी।       

उन्होंने कहा कि यह सभी को पता है कि पाकिस्तान में सेना की ही चलती है।      

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम शांति में विश्वास रखते हैं और यहां से शांति का संदेश दे रहे हैं, लेकिन उनके जनरलों को समझना चाहिए कि हमारी सेना बड़ी है और हम तैयार हैं। यह नहीं होना चाहिए, क्योंकि कोई भी युद्ध नहीं चाहता है। हम शांतिपूर्ण तरीके से विकास करना चाहते हैं।’’       

इससे पहले, उप-राष्ट्रपति नायडू ने करतारपुर साहब गलियारे के निर्माण के लिए आधारशिला रखी। गलियारा बन जाने पर भारत से सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरूद्वारा दरबार साहिब तक आसानी से जा सकेंगे।      

पंजाब के गुरदासपुर जिले के मान गांव से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाली इस सड़क की आधारशिला कार्यक्रम में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल सहित कई नेता शामिल हुए।

उपराष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्रियों के जमावड़े के कारण पुलिस प्रशासन अलर्ट पर रहा। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान सीमा से सटे इलाके के पास स्थित इस स्थान पर कार्यक्रम के लिए पुलिस प्रशासन की एक पूरी टीम को सुरक्षा में तैनात किया गया।

भारत सरकार ने साल 2019 में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में करतारपुर सड़क गलियारे के निर्माण का 22 नवंबर, 2018 को फैसला किया था। इस सड़क का निर्माण भारत -पाकिस्तान सीमा तक एकीकृत विकास परियोजना के रूप में किया जायेगा।

करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान में भारत-पाक सीमा से लगभग तीन से चार किलोमीटर दूर स्थित है। पाकिस्तान में करतारपुर साहिब, भारत के पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक पूजास्थल से करीब चार किलोमीटर दूर रावी नदी के पार स्थित है। यह सिख गुरुद्वारा 1522 में सिख गुरु ने स्थापित किया था। पहला गुरुद्वारा, गुरुद्वारा करतारपुर साहिब, यहां बनाया गया था, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां गुरु नानक देव का निधन हुआ था। इस कॉरिडोर का निर्माण होने के बाद भारतीय सिख समुदाय के लोग बिना किसी वीजा के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेक सकेंगे।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 28 नवंबर को पाकिस्तानी पक्ष वाले गलियारे के आधारशिला रखने के समारोह का उद्घाटन करेंगे। भारत-पाकिस्तान संबंध हाल के वर्षों में ऐसे स्तर पर पहुंचे हैं, कि उसमें कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होती है। 2016 में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के हमलों के बाद दोनों देशों के बीच संबंध तनावग्रस्त हो गए थे।
 

भाषा/वार्ता
गुरदासपुर/डेरा बाबा नानक (पंजाब)


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