मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल, हिंदुत्व के एजेंडे पर लौटी : चिदंबरम
पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि मोदी सरकार के हर मोर्चे पर विफल रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी फिर से अपने पुराने हिंदुत्व के एजेंडे पर लौट गई है।
पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम |
चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार अब अपने अच्छे दिन के बारे में बात नहीं करती और अब अपने इस वादे को भूल गई है।
उन्होंने कहा, "अब विकास, नौकरी, निवेश, ज्यादा आय या ग्रोथ की कहीं चर्चा नहीं है। आजकल हम जो भी चर्चा सुनते हैं, वह केवल हिंदुत्व का एजेंडा है।"
चिदंबरम ने पत्रकारों से कहा, "चुनाव के ठीक बाद प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से सभी विवादित और विभाजनकारी मुद्दों को भूल विकास पर फोकस करने की अपील की थी। आज विकास या अच्छे दिन का वादा भुलाया जा चुका है। प्रधानमंत्री खुद विवादित मुद्दों को हवा देते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोगों से लेकर मंत्री व भाजपा के नेता विभाजनकारी मुद्दों पर बातें कर रहे हैं और लिख रहे हैं।
पूर्व वित्तमंत्री ने कहा, "जब उन्होंने साढ़े चार पहले चुनाव लड़े थे, तब उन्होंने विकास, नौकरी और ग्रोथ की बात की थी। वे इन तीनों में पूरी तरह से विफल रहे हैं। वे ना तो विकास, नौकरी और ना ही ग्रोथ को हासिल कर पाए हैं। वे अब अपने पुराने एजेंडे हिंदुत्व की ओर लौट चुके हैं। ऐसे में अब वे हिंदुत्व, विशाल मंदिर, भव्य मूर्तियों की बातें कर रहे हैं।"
चिदंबरम ने कहा, "भाजपा के खिलाफ अगर राज्यों के हिसाब से गठबंधन होते हैं तो कांग्रेस को फायदा होगा। राज्यवार गठबंधन भाजपा को हराने का सबसे अच्छा तरीका है। कर्नाटक की तरह ही दूसरे राज्यों में अगर गठबंधन होते हैं तो उसके अच्छे नतीजे देखने को मिलेंगे।"
पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि हाल में कर्नाटक में लोगों को मौका मिला था और उन्होंने कांग्रेस-जेडीएस के पक्ष में वोट किया।
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