राफेल सौदे पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- सौदे में आ रही घोटाले की बू
राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर मोदी सरकार पर आक्रामक कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें घोटाले की बू आ रही है.
राफेल सौदे में आ रही घोटाले की बू : कांग्रेस (फाइल फोटो) |
राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर मोदी सरकार पर आक्रामक कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार पर इस मामले में राष्ट्रीय हित एवं सुरक्षा के साथ समझौता करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें घोटाले की बू आ रही है, क्योंकि सौदे के लिए बातचीत में कोई पारदर्शिता नहीं है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा आरएम ( रक्षा मंत्री) कहती हैं कि प्रत्येक राफेल विमान के लिए प्रधानमंत्री और उनके भरोसेमंद मित्र के बीच हुई बातचीत एक राजकीय गोपनीयता है. राहुल ने कहा, मूल्य के बारे में संसद को सूचित करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा और जो भी पूछे उसे राष्ट्र विरोधी घोषित कर दो.
Congress President Rahul Gandhi speaks on the #Rafale deal outside Parliament. #TheGreatRafaleMystery pic.twitter.com/3HLCaGkzU2
— Congress (@INCIndia) February 6, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस ट्वीट पर हैशटैग दिया-बड़ा राफेल रहस्य. बाद में, संसद भवन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने इसी मुद्दे पर संवाददाताओं से कहा कि सरकार राफेल विमान का मूल्य संसद में भी खुलासा नहीं करना चाहती है, जिससे उसकी मंशा पर संदेह पैदा होता है. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार राष्ट्रीय हित एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने के माफ नहीं किए जाने वाले खेल में लगी है.
भारतीय वायुसेना के लिए लड़ाकू विमान की खरीद में बड़े घोटाले की बू आ रही है. आजाद ने कहा, बड़ी आशंकाएं हैं तथा सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान होने की बात सार्वजनिक स्तर पर ज्ञात है तथा सरकार सत्य बताने से इंकार कर रही है.
उन्होंने कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और पार्टी प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य राजीव गौड़ा की उपस्थिति में कहा कि समय आ गया है कि प्रधानमंत्री को राफेल सौदे पर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस सौदे पर सरकार ने पूर्ण एवं सोची समझी चुप्पी साध रखी है. विमान के खरीद मूल्य में पूरी तरह से अपारदर्शिता रही. रक्षा खरीद प्रक्रिया के अनिवार्य प्रावधानों का उल्लंघन किया गया और कैबिनेट के सुरक्षा मामलों की समिति से पूर्व अनुमति नहीं ली गई.
आजाद ने कहा कि सरकार को उन 36 लड़ाकू विमानों के मूल्य का खुलासा करना चाहिए, जिनकी प्रधानमंत्री ने अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान निर्धारित मूल्यों की अनदेखी कर खरीद की.
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