ईश्वर ने बनायी है भारत और इस्राइल की दोस्ती: नेतन्याहू

Last Updated 18 Jan 2018 07:23:59 PM IST

इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को भारत- इस्राइल भागीदारी को 'ईश्वर रचित' करार दिया और कहा कि दोनों के रिश्ते मानवता, लोकतंत्र तथा आजादी के लिये प्यार के साझा मूल्यों पर आधारित हैं.


बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत-इस्राइल व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित किया.

उन्होंने मुंबई में भारत-इस्राइल व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनका गहरा व्यक्तिगत संबंध है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों की दोस्ती और मजबूत और प्रगाढ होगी तथा यह दोनों देशों के आम लोगों तक फैलेगी.

चार दिन की भारत यात्रा के अंतिम चरण में नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल में भारत, उसकी जतना तथा संस्कृति के प्रति गहरा और भरोसेमंद लगाव तथा सम्मान है. उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा शानदार रही.

नेतन्याहू ने भारतीय कंपनियों से अपने देश में निवेश की अपील करते हुए उन्होंने कहा, ''इस धरातल पर हम दो सबसे पुरानी संस्कृति हैं. हमारे यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है. हम दोनों ही स्वाधीनता व मानवता के लिये प्यार साझा करते हैं. हम वाकई में सच्चे जोडीदार हैं. यह जोडी ईश्वर ने बनायी है.''

नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल की अर्थव्यवस्था में व्यापक बदलाव तथा भारत में प्रधानमंत्री मोदी किए जा रहे कामों में बडी समानता है.

इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, ''मैंने जब मोदी से बात की, मैने पाया कि वह वही काम कर रहे हैं जो मैंने किया. वह अपना काम बखूबी कर रहे हैं. वह नवप्रवर्तन, उसे सरल बनाने को अच्छी तरह समझते हैं.''   उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के रास्ते में बाधा, अधिक नियमन को हटाना तथा निजी कंपनियों को सशक्त बनाना तात्कालिक वृद्धि के लिये महत्वपूर्ण है और उन्होंने यह सब किया है.        

नेतन्याहू ने कहा कि अर्थव्यवस्था की तरक्की में निजी क्षेत्र का काफी योगदान है और उसे कम, सरल और आसान कर के जरिये सशक्त बनाया जा सकता है.

इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके प्रशासनिक उपायों से इस्राइल विश्व बैंक प्रतिस्पर्धी सूचकांक रैंकिंग में 12 पायदान की छलांग लगकार 15वें स्थान पर आ गया है. उन्होंने कहा कि उनके देश का वैश्विक प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में शीर्ष 10 में आने का लक्ष्य है.

नेतन्याहू ने नवप्रवर्तन के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने चुंनिंदा भारतीय उद्योगपतियों के साथ सुबह के नाश्ते में इस विषय को उठाया और कहा कि कंपनियों के लिये बिना किसी बाधा के नवप्रवतन महत्वपूर्ण है.

उन्होंने कहा, ''हमें भारतीय तथा इस्राइली नागरिकों की प्रतिभा को साथ लाना है. उन्होंने इस संदर्भ में भारत और इस्राइल के बीच सीधी उडान सेवा का जिक्र किया और कहा यह उसी दिशा में प्रयास है.

अहमदाबाद में आईक्रिएट नवप्रवर्तन केंद्र के दौरे का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि जब उन्होंने वहां का कार्य देखा, उन्हें ऐसा लगा मानो वह इस्राइल में हैं उन्होंने 14 साल के एक किशोर द्वारा विकसित ड्रोन का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मोदी भविष्य में इसे बडे व्यापार में तब्दील कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि हालांकि इस्राइल कृषि क्षेत्र की मदद के लिये 30 केंद्रों की प्रतिबद्धता जतायी है, लेकिन वह 1,000 एजेंटों का नेटवर्क सृजित करना चाहेगा जो बेहतर उत्पादन के लिये जानकारी साझा करें.

नेतन्याहू ने कहा,''..भारत और इस्राइल भागीदारी के साथ जीत रहे हैं जो नई ऊंचाई पर पहुंच रही है. यह अभी शुरूआत हैं'' उन्होंने कहा, ''यह शानदार, प्राचीन मित्रता की शुरूआत है और संभावनाएं असीम हैं.''
    

प्रेम और घृणा का विशेष मिश्रण है नरीमन हाउस: नेतन्याहू

बेंजामिन नेतन्याहू ने आज कहा कि चाबड हाउस उनके देश के लोगों के प्रति प्रेम एवं घृणा का एक विशेष मिश्रण है. 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों में मारे गए रब्बी गेविएल होल्त्जबर्ग और रिवका के बेटे मोशे होल्त्जबर्ग (11) से मिलने के बाद चाबड हाउस (नरीमन हाउस) में लोगों को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने यह टिप्पणी की. इस हमले में चाबड हाउस में कुल आठ लोग मारे गए थे.

हमले के वक्त महज दो साल के रहे मोशे की जान उसकी देखभाल करने वाली भारतीय आया सैंड्रा सैमुअल ने बचाई थी. सैंड्रा अब इस्राइल में रहती है.

दक्षिण मुंबई के कोलाबा में स्थित चाबड हाउस में रब्बी और रिवका चाबड-लुबाविच आंदोलन के एक सांस्कृतिक संपर्क केंद्र संचालित करते थे.

इस्राइल में अपने दादा-दादी के साथ रहने वाला मोशे बीते मंगलवार को मुंबई आया, जहां नौ साल पहले उसने अपने माता-पिता को खो दिया था.

नेतन्याहू ने हिब्रू भाषा में संबोधित करते हुए कहा, ''यह जगह इस्राइली लोगों के लिए प्रेम एवं इस्राइल के लोगों के प्रति घृणा का विशेष मिश्रण है. इस्राइल उद्धार के लिए जाना जाता है.''



इस्राइली प्रधानमंत्री ने अपनी मेजबानी करने और चाबड हाउस में अपना कमरा दिखाने के लिए मोशे का शुक्रिया अदा किया.

उन्होंने कहा, ''आपके माता-पिता ने लोगों के प्रति प्रेम दिखाया और इस हाउस में सभी का स्वागत किया. उन्होंने हर यहूदी को घर मुहैया कराया. यह इस्राइल का प्रेम है, लेकिन आतंकवादियों ने इस्राइल के प्रति घृणा दिखाई.''

नेतन्याहू ने कहा कि मोशे की आया की ओर से दिखाए गए प्रेम के कारण आतंकवादी उसका कुछ नहीं बिगाड सके.

उन्होंने कहा, ''अतीत में यहूदियों ने कई चुनौतियां देखी हैं, लेकिन ईश्वर की मदद से वे हर चीज से उबर गए. इस्राइल के लोग जी रहे हैं और हमेशा जिएंगे.''      

भाषा


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