मोदी ने दिया मछुआरों को मदद का भरोसा, केरल ने मांगे 7340 करोड़ रुपये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तिरुवनंतपुरम में ओखी तूफान में अपने परिजनों को गंवा चुके तटीय गांवों के मछुआरों को हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया और कहा कि पूरा देश दुख की इस घड़ी में उनके साथ खड़ा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मछुआरों को मदद का भरोसा दिया. |
राज्य सरकार ने मछुआरों के दुखों को कम करने के लिए एक विस्तृत प्रस्तुति के साथ 7,340 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की है. इस दौरान, मंगलवार को कन्नूर तट से एक और शव बरामद हुआ. इसके साथ ही अबतक इस तूफान से मरनेवाले मछुआरों की संख्या 71 हो चुकी है, जिसमें से ज्यादातर केरल के दक्षिण जिले तिरुवनंतपुरम और कोल्लम के हैं. अभी तक 250 लोगों की कोई खोज-खबर नहीं मिली है.
मोदी यहां लक्षद्वीप से पहुंचे थे, जहां तूफान के कारण संपत्तियों को नुकसान हुआ था. मोदी की अगवानी मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने की. उसके बाद प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के कन्याकुमारी गए. शाम को प्रधानमंत्री फिर वापस लौट आए और पूनथुरा पूनथुरा कम्युनिटी हॉल में पीड़ित मछुआरों के परिवार वालों से मिले.
मछुआरों के परिजनों से बातचीत के दौरान केंद्रीय पर्यटन एवं आईटी मंत्री के. जे. अल्फांसो ने उनकी बातों का अनुवाद किया, जिसे मोदी ने काफी ध्यान से सुना. उसके बाद प्रधानमंत्री ने मंच पर संक्षिप्त भाषण दिया.
उन्होंने कहा, "यह भाषण देने का वक्त नहीं है. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि मैं आपकी हर संभव सहायता करूंगा और इसीलिए मैं यहां हूं. हम सब आपके साथ हैं और सबकुछ करेंगे. क्रिसमस आने को है और हम सभी गुम लोगों के लौटने की कामना करते हैं."
उन्होंने पीड़ित मछुआरा परिवारों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, "समुद्री तूफान ने लक्षद्वीप, केरल और तमिलनाडु को बुरी तरह प्रभावित किया और अभी भी कई लोग घर नहीं लौट सकें हैं. हमने इस पर तेज कार्रवाई की और पहले रक्षा मंत्री (निर्मला सीतारमण) को भेजा. पूरा देश इस दुख की घड़ी में आपके साथ खड़ा है."
उसके बाद, मोदी ने केरल के राज्यपाल पी. सथशिवम, मुख्यमंत्री विजयन, मंत्रिमंडल के सहयोगियों और राज्य के शीर्ष अधिकारियों से राजभवन के अतिथिगृह में मुलाकात की, जहां राज्य सरकार ने उनसे केंद्रीय सहायता की मांग की.
राज्य के मुख्य सचिव के. एम. अब्राहम ने पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन प्रस्तुत कर मछुआरों की विभिन्न जरूरतों को रेखांकित किया और केंद्र सरकार से 7,340 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की, जिसमें 71 मृत मछुआरों के लिए मुआवजा भी शामिल है.
बाद में, मुख्यमंत्री कार्यालय ने मीडिया को बताया कि मोदी ने आश्वस्त किया है कि केंद्र सरकार राज्य की मांग पर बेहद सकारात्मक तरीके से गौर करेगी.
केरल सरकार के साथ बैठक के बाद मोदी ने राज्य भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के नेताओं के साथ मुलाकात की, जिन्होंने जल्द पैकेज घोषित करने की मांग की.
इस बीच, विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने विपक्ष की नाराजगी को व्यक्त करते हुए कहा कि बार-बार अनुरोध के बावजूद उनके प्रतिनिधिमंडल को प्रधानमंत्री से मिलने और उनकी मांगों को प्रस्तुत करने की अनुमति नहीं दी गई.
उन्होंने मीडिया से कहा, "यह विचित्र है कि हमें विपक्ष में होने के बावजूद प्राथमिकता नहीं दी गई. जबकि भाजपा को प्राथमिकता दी गई. यह अच्छी परिपाटी नहीं है."
मोदी बाद में राष्ट्रीय राजधानी लौट आए.
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