पीएम मोदी को ‘नीच’ बोलने पर, कांग्रेस ने अय्यर की प्राथमिक सदस्यता रद्द की

Last Updated 08 Dec 2017 02:19:25 AM IST

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नीच आदमी बताकर और उनमें कोई सभ्यता नहीं होने का आरोप लगाकर एक नया राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया.


कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फाइल फोटो)

इसे मोदी ने गुजरात का अपमान तथा मुगल मानसिकता का प्रतीक बताकर पलटवार किया. कांग्रेस ने इस बयान के कारण अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी किया और उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया. गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के प्रचार के अंतिम दिन पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा , यही है कांग्रेस का गांधीवादी नेतृत्व और विरोधी के प्रति सम्मान की भावना. उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री भी यह साहस दिखाएंगे.

राहुल के कड़े रुख के बाद मांगी माफी : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कड़े रुख के बाद मणिशंकर अय्यर ने अपने हिन्दी भाषी न होने की ओर ध्यान दिलाते हुए इस शब्द के प्रयोग के लिए माफी मांग ली. कांग्रेस ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इसके लिए अय्यर को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह अय्यर के इस लहजे और भाषा को पसंद नहीं करते.



अय्यर की टिप्पणी गुजरात का अपमान
अय्यर की इस विवादास्पद टिप्पणी पर पटलवार करते हुए प्रधानमंत्री ने सूरत में कहा, श्रीमान मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी नीच जाति का है और नीच है. क्या यह गुजरात का अपमान नहीं है?  प्रधानमंत्री ने कहा, यह मुगल मानसिकता है कि यदि इस तरह (मामूली पृष्ठभूमि वाला) का व्यक्ति गांव में अच्छे कपड़े पहने तो उन्हें समस्या होने लगती है.  मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों से कहा कि वे अय्यर की टिप्पणी का जवाब नहीं दें. उन्होंने कहा,  एक बुद्धिमान कांग्रेस नेता द्वारा मुझे नीच कहे जाने पर मुझे कुछ भी नहीं कहना है.

क्या कहा मणिशंकर ने
अय्यर ने प्रधानमंत्री मोदी के संविधान निर्माता डा. बी आर अंबेडकर के बारे में एक बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, ये बहुत नीच किस्म का आदमी है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?

मोदी के इस बयान पर की टिप्पणी : इससे पहले राजधानी में बी आर अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र के उद्घाटन कार्यक्र म को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आज नेहरू-गांधी परिवार पर परोक्ष निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जाने के बरसों बाद तक राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को मिटाने के प्रयास किए जाते रहे लेकिन जिस परिवार के लिए ये सब किया गया, उस परिवार से कहीं ज्यादा लोग आज बाबा साहेब से प्रभावित हैं. राहुल गांधी पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि आजकल कुछ लोगों को बाबा साहब नहीं बल्कि बाबा भोले याद आ रहे हैं. प्रधामनंत्री के इसी बयान को लेकर अय्यर ने यह विवादास्पद टिप्पणी की थी.

बोले लो शब्द के लिए माफी नहीं : एक राष्ट्रीय चैनल पर जब अय्यर से यह बार बार पूछा गया कि क्या वह मोदी को नीच बताने के लिए माफी मांग रहे हैं, तो कांग्रेसी नेता ने कहा,  क्या मैं  लो  शब्द के लिए माफी मांगू? नहीं. क्या मुझे उस शब्द के लिए माफी मांगनी चाहिए जिसका अनुवाद  नीची जाति के रूप में किया गया? निश्चित तौर पर हां.  

गलत अर्थ निकाले जाने के चलते मांगी माफी : अय्यर ने कहा कि उन्होंने जो कहा वह अंग्रेजी शब्द लो (निम्न) का हिंदी अनुवाद है जो उनकी भाषा नहीं है. किंतु प्रधानमंत्री ने जिस तरह से इस शब्द का गलत अर्थ नीची जाति के रूप में निकाला तो इसके लिए वह माफी मांगते हैं. उन्होंने कहा, मुझे बताया गया कि नीच के हिन्दी में कई अर्थ और कई मायने हैं और यदि मोदी इसे विकृत कर यह दावा करे कि इसका अर्थ नीची जाति में पैदा होना है तो मैं सिर्फ यही कर सकता हूं कि मैं ऐसे शब्द के प्रयोग के लिए माफी मांगता हूं जिसका अर्थ नीची जाति के रूप में किया जा सकता है. किन्तु मेरी ऐसी मंशा बिल्कुल भी नहीं थी.

बिगड़े बोल मोदी के लिए शुभ
► 2007 के गुजरात विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी को मौत का सौदागर कहकर मोदी चुनावी हथियार दे दिया था.
► 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान अय्यर ने ‘21वीं सदी में नरेंद्र मोदी कभी भी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, नहीं बनेंगे, नहीं बनेंगे. यहां आकर चाय बांटना चाहें तो हम उनके लिए जगह दे सकते हैं.’
► अय्यर के इस बयान के बाद भाजपा के चुनाव प्रचार की दिशा बदल गई थी. नरेंद्र मोदी ने भी अपनी रैलियों में खुद के चायवाला होने का मुद्दा खूब भुनाया था.  और कांग्रेस को आम चुनावों में करारी शिकस्त दी थी.
► अय्यर ने 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी नालायक बताया था. इसका कड़ा विरोध होने पर बाद में उन्होंने माफी मांग ली थी.

सहारा न्यूज ब्यूरो/एजेंसी


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