अयोध्या सुनवाई 2019 तक टालने पर अलग-थलग पड़े सिब्बल, जल्द फैसले पर भाजपा-कांग्रेस एक साथ

Last Updated 07 Dec 2017 03:42:38 AM IST

अयोध्या विवाद पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान दी गई दलील पर कपिल सिब्बल अलग थलग पड़ गए हैं.


धंधुका में चुनावी रैली को संबोधित करते पीएम नरेन्द्र मोदी.

क्योंकि कांग्रेस ने भी साफ कर दिया है कि पार्टी इस मामले के जल्द निपटारे के पक्ष में हैं. भाजपा उधर सुन्नी वक्फ बोर्ड के हाजी महबूब ने सुबह तो कपिल सिब्बल की दलील को गलत करार दिया लेकिन शाम को अपने बयान से पलटते नजर आए. कहा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के संयोजक जफरयाब जिलानी अगर सिब्बल को सही मानते हैं तो अब मुझे कुछ नहीं कहना. साथ ही इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गए हैं. 
सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में क्या कहा था? : मंगलवार को अयोध्या विवाद की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी. इस दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने कहा था, ‘कृपया होने वाले असर को ध्यान में रखकर इस मामले की सुनवाई कीजिए. मामले की सुनवाई जुलाई 2019 में की जाए, हम यकीन दिलाते हैं कि हम किसी भी तरह से इसे और आगे नहीं बढ़ने देंगे.’

कांग्रेस सिब्बल का निजी विचार क्यों बता रही है : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की एक रैली में सिब्बल को आड़े हाथ लिया. कहा, ‘चुनावी फायदों के लिए अहम मामलों को लटकाए रखनी वाली कांग्रेस इसे सिब्बल का निजी विचार क्यों बता रही है? सिब्बल कोर्ट में मुसलमानों के हक की बात करें, बाबरी मस्जिद पर दलीलें दें, इससे हमें कोई आपत्ति नहीं. लेकिन वो अयोध्या केस को 2019 के लोकसभा चुनाव से कैसे जोड़ सकते हैं? ‘मोदी ने सिब्बल की दलीलों को खारिज करने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड का शुक्रिया भी अदा किया. उन्होंने कहा झूटे चुनावी दावे करने वाली कांग्रेस ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों को लकटाए रखा.

हाजी महबूब के दो बयान सामने आए
-अयोध्या केस में पिटीशनर और सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य हाजी महबूब के बुधवार को दो बयान सामने आए.
-एक बयान सुबह दिया. कहा- हां, कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं. लेकिन, वो एक सियासी पार्टी के नेता भी हैं. मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में दिया गया उनका बयान गलत है. हम इस मामले का हल जल्द से जल्द चाहते हैं. जिलानी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर भी हैं.

शाम को हाजी की राय कुछ अलग नजर आई
- उन्होंने बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक और इस केस में वकील जफरयाब जिलानी की बात से सहमति जताई. बता दें कि जिलानी ने सिब्बल की सुनवाई 2019 में करने की दलील को सही बताया था.
- हाजी महबूब ने कहा- अगर जिलानी साहब, सिब्बल की बात को सही ठहरा रहे हैं तो मैं सहमत हूं. इसके आगे कुछ नहीं कहूंगा.
आखिर में सिब्बल बोले, मैं वक्फ बोर्ड का वकील नहीं
- बुधवार शाम सिब्बल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री अक्सर तथ्य जांचे बिना बयान देते हैं. असल में मैंने कभी भी सुप्रीम कोर्ट में सुन्नी वक्फ बोर्ड को रिप्रेजेंट नहीं किया. इसके बाद भी उन्होंने मेरी दलील नकारने के लिए वक्फ बोर्ड का शुक्रिया अदा किया.’
- ‘मैं चाहूंगा कि प्रधानमंत्री बयान देने से पहले थोड़ा ध्यान रखें. यह प्रधानमंत्री के ओहदे को शोभा नहीं देता. जहां तक राम मंदिर का सवाल है, मोदीजी, वह तभी बनेगा जब भगवान राम चाहेंगे. हम भगवान में यकीन रखते हैं, आपमें नहीं.’
- ‘मंदिर आप नहीं बनाने वाले हैं. जब भगवान चाहेंगे तभी मंदिर बनेगा. मंदिर कहां बनेगा, इस बारे में कोर्ट फैसला करेगा.’

सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस नेता की तरह बोले सिब्बल : अमित शाह
- भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी ट्वीट किया. शाह ने राम मंदिर मामले पर कांग्रेस के रवैये को शर्मनाक बताया.
- शाह ने कहा- अब तो सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी कह दिया है कि वो सिब्बल की सुप्रीम कोर्ट में दी गई दलील से इत्तेफाक नहीं रखते. यानी ये तय हो गया है कि सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में बतौर कांग्रेस नेता बोल रहे थे. राम मंदिर मंदिर पर कांग्रेस का रु ख शर्मनाक है.

इस मामले में वकील जफरयाब जिलानी बोले- कपिल की दलील से सहमत
- बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक और इस केस में वकील जफरयाब जिलानी ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि वो मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में कपिल सिब्बल की दी गई दलील से सहमत हैं.
- जिलानी ने कहा कि कपिल सिब्बल ने दलील देने से पहले उनसे इस बारे में चर्चा की थी.

सहारा न्यूज ब्यूरो/एजेंसियां


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