ओपिनियन पोल: गुजरात में एक बार फिर लहरायेगा भाजपा का परचम

Last Updated 04 Dec 2017 05:33:22 PM IST

गुजरात चुनाव पर पूरे देश की निगाह है. लड़ाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे औऱ कांग्रेस के भावी अध्यक्ष राहुल गांधी की साख के बीच है. ऐसे में समय न्यूज नेटवर्क ने सीएनएक्स मीडिया के साथ मिलकर गुजरात में चुनावी बयार किसके हक में है इसका पता लगाने के लिए सबसे बड़ा ओपनियिन पोल किया.


ओपिनियन पोल: गुजरात में फिर लहरायेगा BJP का परचम

सरकार किसकी बनेगी औऱ किसको कितनी सीटें मिलेंगी, इस पर ओपिनियन पोल में साफ तस्वीर उभरी है. नेटवर्क के सर्वे में मोदी का करिश्मा ही गुजरात में भी भाजपा को पार लगाएगा इसके संकेत मिले हैं.

विधानसभा चुनाव में जनादेश बीजेपी या कांग्रेस में से किसके हक में जाएगा समय न्यूज नेटवर्क और सीएनएक्स मीडिया के चुनावी सर्वे में इसका संकेत साफ मिला है. सर्वे के मुताबिक बीजेपी के हक में 49.90 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है जबकि कांग्रेस के हक में 41.23 फीसदी वोट मिलने के संकेत मिले हैं. अन्य के खाते में 8.87 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.

सीटों की बात की जाए तो सर्वै के मुताबिक 2012 के विधानसभा के चुनाव के मुकाबले बीजेपी को 10 सीटों के फायदे के साथ 128 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि कांग्रेस को नौ सीटों के नुकसान के साथ 52 सीटें मिल सकती हैं.

मोदी जब पीएम बनकर केंद्र में आए थे तो उनकी जगह आनंदीबेन ने सीएम के तौर पर कमान संभाली औऱ अब रूपानी सीएम हैं. लेकिन कद का फर्क सर्वे में खूब देखने को मिला. सिर्फ 9 फीसदी लोग मानते हैं कि रूपानी का सीएम के तौर पर प्रदर्शन अच्छा है. आनंदीबेन को 8 फीसदी लोग बेहतर सीएम मानते हैं. हालांकि सर्वे के मुताबिक चुनाव नतीजों के बाद 30.75 फीसदी लोग विजय रूपानी को ही सीएम पद पर देखना चाहते हैं जबकि 20.61 फीसदी लोग कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं.

पीएम मोदी के सवाल पर 70 फीसदी लोगों के लिए मोदी बेहतर सीएम थे. पीएम के तौर पर मोदी के कामकाज से 50 फीसदी लोग खुश हैं. 25 फीसदी लोग मोदी से बतौर पीएम संतुष्ट नहीं हैं.

समय न्यूज नेटवर्क औऱ सीएनएक्स के ओपिनियन पोल से साफ है कि चुनावी बयार बीजेपी के हक में है. हां ये जरूर है कि जिस मिशन 150 का दावा बीजेपी कर रही है, वो शायद इस बार मुमकिन नहीं.

गुजरात में विकास को लेकर बीजेपी औऱ कांग्रेस के बीच नोकझोंक चलती रही है. हमने भी वोटरों से जानना चाहा कि वो गुजरात में विकास को किस रूप में देखते हैं. सर्वे में 35 फीसदी वोटरों ने गुजरात के विकास मॉडल को मुद्दा बताया जबकि 15 फीसदी वोटरों की नजर में महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा था.  

इसके अलावा सर्वे के अनुमानों के मुताबिक पाटीदारों का मुद्दा राज्य में बड़ा मसला हो चुका है. लोगों से सवाल था कि पटेल समुदाय किस पर ज्यादा भरोसा करती है बीजेपी या कांग्रेस तो 55 फीसदी लोगों ने बीजेपी के हक में जवाब दिया जबकि 23 फीसदी लोगों का कहना था कि पटेल समुदाय के लिए कांग्रेस अच्छी है. हार्दिक पटेल की गूंज गुजरात चुनाव में खूब सुनाई दे रही है. लेकिन ओपिनियन पोल बताता है कि वोटरों पर हार्दिक असर छोड़ने में नाकाम रहे हैं. 60 फीसदी लोगों ने कहा कि वो हार्दिक के कहने पर कांग्रेस को वोट नहीं देंगे. महज 20 फीसदी लोग ही हार्दिक के कहने पर कांग्रेस को वोट देने के हक में थे.

अल्पेश, हार्दिक औऱ जिग्नेश के साथ का फायदा कांग्रेस को मिलेगा ऐसी अटकलें लग रही हैं. सर्वे में भी लोगों का सेंटीमेंट इसी हक में दिखा. 55 फीसदी लोगों ने कहा कि कांग्रेस को इसका फायदा मिलेगा. 30 फीसदी लोगों की राय थी कि कांग्रेस को फायदा नहीं मिलेगा.

नोटबंदी को लेकर बीजेपी औऱ कांग्रेस के बीच वार पलटवार हो रहे हैं. सर्वे में इस पर भी लोगों का मन टटोला गया. सवाल था कि नोटबंदी से क्या कालेधन पर लगाम लगी है. 58 फीसदी लोगों ने माना कि हां नोटबंदी से लगाम लगी है जबकि 25 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे कालेधन पर अंकुश नहीं लगा.

जीएसटी को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी का खूब मजाक उड़ाया है. ओपनियन पोल से इस बात के संकेत मिलते हैं कि जीएसटी पर बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. 50 फीसदी लोगों ने कहा जीएसटी अच्छा है पर इसे इम्प्लीमेंट करने का तरीका गलत था. 25 फीसदी ने कहा जीएसटी की वजह से समस्याएं आईं. सिर्फ 20 फीसदी लोगों ने जीएसटी को अच्छा कहा.

समयलाइव डेस्क


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