8 नवंबर को काले दिन के रूप में मनाएगा विपक्ष, मोदी के नोटबंदी के फैसले का करेगा विरोध

Last Updated 24 Oct 2017 03:54:00 PM IST

विपक्षी दलों ने मंगलवार को कहा कि वे एक साल पहले सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले के विरोध में आठ नवंबर को काले दिन के रूप में मनाएंगे.


कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद संवाददाताओं से बात करते हुए साथ में जदयू के बागी नेता शरद यादव और माकपा सांसद डी. राजा.

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं को बताया कि सभी विपक्षी दल एक संयुक्त रणनीति के तहत आठ नवंबर 2016 को लिए गए विमुद्रीकरण के फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज करेंगे.

आजाद ने याद दिलाया कि सरकार ने पिछले साल नोटबंदी करने के बाद किस तरह बार-बार नियमों में बदलाव किए.



उन्होंने कहा, "विमुद्रीकरण सरकार का एक गलत ढंग से और जल्दबाजी में लिया गया फैसला था. यह शायद पूरी दुनिया में अभूतपूर्व है कि किसी सरकार को एक माह में 135 बार अपनी नीति में बदलाव करना पड़ा."

विपक्षी दलों द्वारा 8 नवंबर को काले दिन के रूप में मनाने का फैसला सोमवार को एक समन्वय बैठक में लिया गया, जिसमें जदयू के बागी नेता शरद यादव, माकपा सांसद डी. राजा, डीएमके सांसद कनिमोझी, बसपा के सतीश मिश्रा और तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन मौजूद थे.

 

 

आईएएनएस


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