पुलिस स्मृति दिवस: आजादी के बाद से अब तक 34,418 पुलिसकर्मी शहीद, राजनाथ ने दी श्रद्धांजलि

Last Updated 21 Oct 2017 02:51:55 PM IST

केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है.


राजनाथ ने दी जवानों को श्रद्धांजलि

चीन से लगती सीमा पर 1959 में शहीद हुए दस पुलिसकर्मियों की याद में 21 अक्टूबर को हर साल पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है .     
     
इस मौके पर मुख्य समारोह यहां चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में हुआ जहां सिंह ने भव्य परेड की सलामी ली और शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ सत्यपाल सिंह , केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गाबा, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सभी पुलिस बलों के प्रमुख मौजूद थे. इस बार के समारोह का आयोजन केन्द्रीय औद्योगिकी सुरक्षा बल ने किया था.
        
गत सितम्बर से इस वर्ष अगस्त तक देश भर में 383 पुलिसकर्मी शहीद हो चुके हैं. खुफिया ब्यूरो के निदेशक राजीव जैन ने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए जान गंवाने वाले इन पुलिसकर्मियों के नामों का उल्लेख किया.

इनमें उत्तर प्रदेश पुलिस के 76, बीएसएफ के 56 , सीआरपीएफ के 49, जम्मू कश्मीर पुलिस के 42 , छत्तीसगढ पुलिस के 23 ,पश्चिम बंगाल के 16 , दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ के 13-13 , बिहार और कर्नाटक के 12-12 और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के 11 पुलिसकर्मी शामिल हैं.

आजादी के बाद से अब तक 34 हजार 418 पुलिसकर्मियों ने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है.

तिब्बत से लगती 2500 मील लंबी सीमा की निगरानी की जिम्मेदारी वर्ष 1959 तक भारतीय पुलिस के पास ही थी. दस पुलिसकर्मियों के चीनी हमले में शहीद होने के बाद पुलिस को इस जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया था.


        
20 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के पूर्वोत्तर में स्थित हॉट स्प्रिंग से लनक ला तक एक अभियान के सिलसिले में तीन टोही दलों को उस क्षेा में भेजा गया था जिनमें से दो दल वापस लौट आये जबकि एक दल नहीं लौटा.

लापता पुलिसकर्मियों की तलाश में अगले दिन पुलिस अधिकारी कर्म सिंह के नेतृत्व में 20 पुलिसकर्मियों की एक टीम को भेजा गया. चीनी सैनिकों ने इस टीम पर हमला कर दिया जिसमें दस पुलिसकर्मी मौके पर ही शहीद हो गये जबकि सात अन्य घायल हो गये. चीनी सैनिकों ने सातों घायल पुलिसकर्मियों को बंदी बना लिया. शहीद पुलिसकर्मियों के पार्थिव शरीर चीन ने तीन सप्ताह तक अपने कब्जे में रखने के बाद लौटाये. इन सभी शहीद पुलिसकर्मियों का हॉट स्प्रिंग में ही पूरे पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों के जनवरी 1960 में हुए वार्षिक सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया कि 21 अक्टूबर को देश भर में हर साल पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जायेगा और कर्तव्य का निर्वहन करते समय जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को इस दिन श्रद्धांजलि दी जायेगी.

हॉट स्प्रिंग में पुलिस स्मारक बनाने का भी निर्णय लिया गया . वर्ष 2012 के बाद से पुलिस स्मृति दिवस का राष्ट्रीय स्तर पर चाणक्यपुरी स्थित पुलिस स्मारक में आयोजन किया जाता है.
 

 

वार्ता


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