अमित शाह के बेटे के खिलाफ विपक्ष ने की जांच की मांग
विपक्षी दलों ने राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी के कारोबार में हुई बेतहाशा कथित वृद्धि से जुड़ी मीडिया में चल रही खबरों को लेकर जांच की मांग की है.
(फाइल फोटो) |
भाजपा और शाह के बेटे जय अमित शाह ने इस खबर को झूठी, अपमानजनक और मानहानिपूर्ण करार देते हुए आरोप को खारिज कर दिया.
खबर को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस, वाम दलों और आप ने जांच की मांग की. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इसे घोर पूंजीवाद का मामला बताया.
माकपा के सीताराम येचुरी ने दावा किया कि यह मोदी सरकार के दौरान भ्रष्टाचार का ताजा मामला है.
सिब्बल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, आज हम प्रधानमंत्री ..प्रधान सेवक से सवाल पूछते हैं..अब आप घोर पूंजीवाद के बारे में क्या कहेंगे? क्या आप सीबीआई को मामले की जांच का निर्देश देंगे? क्या आप प्रवर्तन निदेशालय को इन लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश देंगे.
विपक्षी पार्टियों ने एक खबर के बाद ये मांग की. खबर में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के आंकड़े को उद्धत करते हुए कहा गया है कि जय अमित शाह के मालिकाना हक वाले टेंपल इंटरप्राइज की संपत्ति में वर्ष 2015-16 के दौरान 16,000 गुना और उससे पहले के साल से करीब 80 करोड़ रूपये का इजाफा हुआ.
सिब्बल ने आरओसी फाइलिंग का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि कुसुम फिनसर्व एलएलपी को मध्य प्रदेश में पवन ऊर्जा क्षेत्र में एक ठेका मिला जबकि यह कंपनी स्टॉक ट्रेडिंग का काम करती है. इस कंपनी का 60 प्रतिशत हिस्सा जय के पास है.
विपक्षी दलों के हमलावर रूख पर मजबूती से पार्टी और भाजपा प्रमुख के बेटे का बचाव करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आरोपों को खारिज किया और जय अमित शाह का एक बयान जारी किया. इसमें अमित शाह के बेटे ने कहा है कि वह खबर चलाने वाली खबरिया वेबसाइट के लेखक, संपादक और मालिक पर 100 करोड़ रूपये के मानहानि का मुकदमा करेंगे.
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