गुलमर्ग में रोपवे हादसा, 7 की मौत
उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले के लोकप्रिय स्की रिजॉर्ट गुलमर्ग में एक रोपवे के बीच हवा में टूट जाने से दिल्ली के एक ही परिवार के चार सदस्यों और तीन टूरिस्ट गाइडों की मौत हो गयी.
गुलमर्ग में रोपवे हादसे में घायल बच्चे को ले जाता हुआ एक पुलिसकर्मी. |
जम्मू- कश्मीर सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि तेज हवाओं की वजह से एक पेड़ उखड़कर गुलमर्ग गंडोला के रोपवे पर जा गिरा. इससे लाइंस टूट गयी और केबल कार हवा से जमीन में गिर गयी.
पुलिस के मुताबिक केबल कार की रस्सी टूटने से फंस गए करीब 150 लोगों को उन्होंने बचाया. मृतकों में से चार दिल्ली के शालीमार बाग में रहने वाले एक परिवार के सदस्य थे. इनकी पहचान जयंत अंद्रास्कर, उनकी पत्नी मनीषा अंद्रास्कर और उनकी दो बेटियों अनघा और जाह्नवी के तौर पर हुई है.
कश्मीर के तीन लोग- चोंटी पात्री बाबारेशी के रहने वाले मुख्तार अहमद और तंगमार्ग के रहने वाले जहांगीर अहमद तथा फारूक अहमद चौपन की भी इस हादसे में मौत हो गयी. पाछार के रहने वाले तारिक अहमद और एजाज अहमद इस हादसे में घायल हो गये और उन्हें श्रीनगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. महबूबा ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की.
वादियों में खो गया पूरा परिवार
कई महीने से पूरा परिवार जम्मू-कश्मीर घूमने की योजना बना रहा था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि इन वादियों में उनका जीवन ही खो जाएगा. घूमने जाने से पहले बेटियों को पहाड़ों, वादियों को देखने की ललक थी, तो पिता बेटियों के चेहरों पर मुस्कान देखना चाहते थे. उसी मुस्कान को लेकर चार-पांच दिन पहले जयंत अंद्रास्कर परिवार के साथ जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गए, जहां से रविवार शाम गुलमर्ग में केबल कार की दुर्घटना में पूरे परिवार की मरने की खबर आई. 2013 से जयंत परिवार के साथ शालीमार बाग स्थित दिल्ली सरकार के फ्लैट में रहते थे. सारा परिवार मिलनसार माना जाता था.
जयंत को अकेले जाने देने का अफसोस : मूलरूप से नागपुर के रहने वाले जयंत पूसा स्थित पॉलीटेक्निक में लेक्चरर के पद पर नियुक्त थे और वह अपनी पत्नी मनीषा, बेटी अनघा व जाह्नवी के साथ कश्मीर घूमने गए थे. 22 जून की तड़के सुबह, पड़ोसियों को नींद में ही छोड़कर वह अपने परिवार के साथ हवाई अड्डे पहुंचे, जहां से सीधे श्रीनगर. जयंत के रिश्ते में साले सौरभ वांघरे ने बताया कि पिछले महीने मई में उनकी शादी में जयंत अपने पूरे परिवार के साथ नागपुर पहुंचे थे. वहां शादी में ही घूमने की योजना बन गई.
पुलिस ने दी हादसे की जानकारी : सचिन मीणा ने बताया कि जम्मू पुलिस की ओर से उनके पड़ोसी को फोन करके जयंत के बारे में जानकारी दी गई, हालांकि फोन पर मरने के बजाए जयंत के घायल होने की सूचना मिली थी. इसी बीच समाचार चैनलों पर जम्मू के गुलमर्ग में कई लोगों के मरने के खबर सुनाई देने लगी और कुछ देर बाद ही जयंत की मौत की खबर मिली.
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