पीएम मोदी ने की माता अमृतानन्दमयी के योगदान की सराहना

Last Updated 27 Sep 2016 05:23:03 PM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आध्यात्मिक विभूति माता अमृतानन्दमयी के ऐसे विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में किये गये कार्यों एवं योगदान की सराहना की जिससे मानवीय जीवन की गुणवत्ता में सुधार आता है विशेषकर स्वच्छता के क्षेत्र में.


माता अमृतानन्दमयी से आशीर्वाद लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री ने कोल्लम (केरल) के समीप अमृतपुरी में उनके 63वें जन्मोत्सव पर एकत्र श्रद्धालुओं की विशाल भीड़ को वीडियो कान्फेन्सिंग के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता में माता की भूमिका से सरकार के स्वच्छ भारत कार्यक्रम को मदद मिली है.

उन्होंने स्वच्छता, पेयजल, आवास, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्रों में माता अमृतानन्दमयी मठ द्वारा किये गये कार्यों एवं दिये दान का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, \'\'विशेषतौर पर शौचालयों के निर्माण की अम्मा की पहल से हमारे स्वच्छ भारत कार्यक्रम को बहुत मदद मिली है.\'\'

मोदी ने माता द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम के लिए 100 करोड़ रूपये का योगदान देने की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया जिसमें केरल में गरीब लोगों के लिए 15 हजार शौचालयों का निर्माण करवाना शामिल है.

उन्होंने कहा, \'\'मुझे सूचित किया गया है कि अम्मा के आश्रम ने पहले ही 2000 शौचालयों का निर्माण पूरा करवा दिया है.\'\' उन्होंने कहा कि अमृतानन्दमयी लाखों श्रद्धालुओं के लिए पेरणा का प्रकाश है.

मोदी ने यह भी कहा, \'\'असली माता की तरह वह अपने भक्तों का प्रत्यक्ष एवं परोक्ष कृत्यों एवं दृश्य एवं अदृश्य हाथ के जरिये पालन पोषण करती हैं.\'\'

मानवता की सेवा और ईश्वर के प्रति आस्था को माता अमृतानन्दमयी की मुख्य शक्ति बताते हुए मोदी ने कहा, \'\'अम्मा के साथ जुड़ाव से मैने ईश्वर के प्रति आस्था और गरीबों के प्रति समर्पण का व्यक्तिगत संदेश प्राप्त किया है.\'\' उन्होंने कहा कि विश्व भर के लाखों श्रद्धालुओं का भी यही मानना है.

अम्मा के साथ अपनी पुरानी भेंट को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, \'\'अम्मा के 60वें जन्मोत्सव में उनसे मुलाकात करने का मुझे अवसर मिला था. भले ही आज मैं इतना सौभाग्यशाली नहीं हूं कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से बधाई दे सकूं, पर कम से कम मैं प्रौद्योगिकी की मदद से ऐसा करने में समर्थ हो पाया हूं.\'\'

माता की अन्य पहलों के बारे में मोदी ने कहा, \'\'वह विश्व के गरीबों की पांच बुनियादी जरूरतों..भोजन, आवास, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और जीवनयापन को पूरा करने के लिए सदैव तत्पर रहती हैं.\'\'



अमृता विश्वविद्यालय की अभिनव परियोजनाओं के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जानकर खुशी हुई कि अमृता विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने विश्व की कुछ बेहद जरूरी समस्यों का हल निकालने के लिए कुछ अभिनव प्रयास किये हैं.

मोदी ने माता द्वारा नमामि गंगे परियोजना के लिए दिये गये 100 करोड़ रूपये के दान का भी उल्लेख किया.

इस अवसर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारतीय परम्परा के अनुसार ब्रह्माण्ड धर्म पर चल रहा है जिसके चार अंग हैं. सत्य, करूणा शुचिता एवं तप.
     
उन्होंने कहा, \'\'इस धर्म को व्यक्ति के जीवन में साकार करना होगा. मैं तो कहूंगा कि भारत में हम सौभाग्यशाली हैं कि यह उत्कृष्ट परम्परा आज तक बरकरार है.\'\' भागवत ने कहा, \'\'मैं जब यह कह रहा हूं तो मेरे कथन में सत्यता है क्योंकि हम अम्मा की ओर देखते हैं.\'\'

समाजवादी पार्टी के महासचिव अमर सिंह ने अम्मा द्वारा मानवता एवं भारत की सेवा की पहचान के रूप में उन्हें भारत रत्न देने की मांग की. उन्होंने कहा कि वह निस्वार्थ भाव से विश्व की सेवा कर रही है.

राज्यसभा के उपसभापति पी जे कुरियन ने भी अमर सिंह के सुझाव से सहमति जताते हुए मोहन भागवत से इस दिशा में पहल करने को कहा.
 

भाषा


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