स्कॉर्पीन पनडुब्बी की अहम जानकारियां हमारी ओर से नहीं हुईं लीक : एमडीएल
मझगांव डॉक लिमिटेड ने गुरूवार को कहा कि स्कॉर्पीन पनडुब्बी से संबंधित अहम जानकारियां उसकी ओर से लीक नहीं हुई हैं और वह इस मामले की जांच में नौसेना की सहायता कर रही है.
फाइल फोटो |
स्कॉर्पीन पनडुब्बी का निर्माण मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) में ही किया जा रहा है.
भारतीय नौसेना के लिए मुम्बई में एक फ्रांसीसी कंपनी के सहयोग से निर्मित होने वाली छह अत्यंत उन्नत पनडुब्बियों की क्षमताओं से जुड़ी अत्यंत गुप्त सूचना लीक होने के एक दिन बाद, एमडीएल के एक अधिकारी ने कहा कि आंकड़ों की सुरक्षा के लिए एमडीएल में कड़े मानक हैं.
एमडीएल के एक अधिकारी ने बताया ‘जांच में हम नौसेना की मदद कर रहे हैं. हम यह पक्के तौर पर मानते हैं कि हमारी ओर से कोई जानकारी लीक नहीं हुई.’
भारतीय नौसेना के लिए निर्मित होने वाली स्कॉर्पीन पनडुब्बी संबंधी जानकारी लीक होने की खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे अधिकारी ने बताया ‘यह जांच करने की जरूरत है कि क्या लीक हुए दस्तावेज असली हैं.’
अधिकारी ने कहा कि जानकारी की सुरक्षा के लिए एमडीएल में कड़े मानक हैं.
एमडीएल के प्रमुख रीयर एडमिरल राहुल शरावत टिप्पणियों के लिए उपलब्ध नहीं हो सके.
फ्रांसीसी पोत निर्माता डीसीएनएस ने 23,652 करोड़ रूपये की इस परियोजना के लिए प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराई है.
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, एमडीएल को अगले साल के शुरू में छह पनडुब्बियों की पहली खेप भारतीय नौसेना के सुपुर्द करनी है और शेष पनडुब्बियों की आपूर्ति वर्ष 2020 तक किये जाने की संभावना है.
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