Video: 'मिशन कश्मीर' पर राजनाथ, बोले- कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत में विश्वास करने वालों का स्वागत
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर घाटी में जारी तनाव और अशांति के बीच शांति बहाली के लिए बुधवार को श्रीनगर पहुंचने के बाद जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो) |
उन्होंने ‘कश्मीरियत, इंसानियत और जम्हूरियत’ में यकीन रखने वाले सभी लोगों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया. इस यात्रा के दौरान वह कश्मीर में विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत करेंगे.
सिंह को नागरिक, सैन्य, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के अधिकारियों ने कश्मीर घाटी की वर्तमान हालात के बारे में बताया. हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के एक मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से कश्मीर घाटी में पिछले 47 दिनों से अशांति है.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री को बताया गया कि जमीनी स्थिति में सुधार आया है और आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है और स्वास्थ्य सेवाएं ठीक से काम कर रही हैं.
अशांति शुरू होने के बाद से हिंसा में 66 लोगों की जान जा चुकी है और कई हजार लोग घायल हुए हैं. उनमें एक वह युवक शामिल है जिसकी आज पुलवामा में झड़प में जान चली गयी.
कश्मीर रवाना होने से पहले सिंह ने कहा कि वह सभी पक्षों से बातचीत करेंगे और जो कश्मीरियत, इंसानियत और जम्हूरियत में यकीन करते हैं, उनका स्वागत है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं नेहरू गेस्टहाउस में रूकूंगा. जो कश्मीरियत, इंसानियत और जमहूरियत में यकीन रखते हैं उनका स्वागत है.’’
I will be staying at the Nehru Guest House. Those who believe in Kashmiriyat, Insaniyat and Jamhooriyat are welcome.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 24, 2016
अपने अन्य ट्वीट में सिंह ने कहा, ‘‘नागरिक समाज समूहों, राजनीतिक दलों और अन्य पक्षों के साथ बातचीत करूंगा.’’
केंद्रीय गृह मंत्री राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ बैठक करेंगे. कश्मीर घाटी में समस्या पैदा होने के बाद उनकी घाटी की यह दूसरी यात्रा है.
सिंह ने राज्य के लोगों से शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल करने की अपील करते हुए कहा था, ‘‘जहां तक भारत सरकार का संबंध है मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम कश्मीर के साथ बस जरूरत आधारित नहीं बल्कि भावनात्मक रिश्ता चाहते हैं.’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार को राजधानी दिल्ली में हुई एक मुलाकात के बाद गृह मंत्री का यह कश्मीर दौरा हो रहा है.
मोदी ने कश्मीर की स्थिति को लेकर ‘गहरी चिंता और दुख व्यक्त’ किया था और जम्मू कश्मीर की समस्या का एक ‘स्थायी और दीर्घकालिक’ समाधान तलाशने के लिए सभी राजनीतिक दलों से एक साथ मिल कर काम करने का आह्वान किया था.
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