वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा - दाल के दाम को लेकर चिंतित है पूरा देश
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि सरकार दाल की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित करने के प्रयास में लगी है.
वित्तमंत्री अरुण जेटली (फाइल फोटो) |
और उसे उम्मीद है कि इस बार मॉनसून अच्छा रहने के परिणामस्वरूप दाल की पर्याप्त उपलब्धता होने से इसकी बढ़ी हुई कीमतों पर नियंत्रण किया जा सकेगा.
जेटली ने लोकसभा में नियम 193 के तहत मंहगाई पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कीमतों के बढ़ने का संबंध किसानों को अधिकतम समर्थन मूल्य देने से नहीं है बल्कि मूल्य वृद्धि कई मामलों में दुनिया के बाजार की कीमत से जुड़ी होती है. दाल के मूल्य बढ़ने में भ्रष्टाचार नहीं ढूंढा जाना चाहिए. इस बारे में पूरे देश को चिंता है.
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महंगाई पर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के वक्तव्य को उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उनका यह तर्क समझ से परे है कि जब न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ता है तो कीमत बढ़ जाती है और जब वह घटता है तो कीमत कम हो जाती है. वास्तव में मूल्य का निर्धारण मांग और आपूर्ति के नियम से होता है. देश में सबसे ज्यादा दाल की पैदावार और खपत होती है और सबसे ज्यादा आयात भी होता है.
जेटली ने कहा कि पिछले 2 साल के दौरान बारिश पर्याप्त नहीं हुई लेकिन इस साल वर्षा अच्छी होने से दाल की पैदावार भी पर्याप्त मात्रा में होने की उम्मीद है जिससे इसकी बढ़ी कीमतों को नियंत्रित किया जा सकेगा.
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