बांग्लादेशी भी अब सुनेंगे नरेंद्र मोदी की 'मन की बात'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मन की बात' को अब आकाशवाणी 'मैत्री' के जरिए विदेश में भी सुना जाएगा. यह पहली बार होगा कि जब एक देश के नागरिक अपने पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री के विचार सुन सकेंगे.
(फाइल फोटो) |
मोदी की \'मन की बात\' को उर्दू, अंग्रेजी और कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के बाद बंगाली में भी अनुवाद किया जाएगा. इसका प्रसारण भारत और बांग्लादेश के बीच इस तरह के पहले क्रॉस-बॉर्डर चैनल पर होगा.
यही नहीं बांग्लादेश के लोगों को भारतीयों की तरह ही सवाल पूछकर कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा. बांग्लादेश के नागरिकों को इस प्रक्रिया में शामिल करने के लिए ऑल इंडिया रेडियो उनकी टिप्पणियां, जवाब और वॉइस मेसेज प्राप्त करने के लिए इंतजाम करेगा.
बांग्लादेश के स्वाधीनता संग्राम \'मुक्ति जुधो\' में साथ देने वाले भारत की छवि एक \'दोस्ताना देश\' के तौर पर मजबूत करने के लिए रेडियो चैनल पर चर्चाएं भी प्रसारित की जाएंगी. यह कोशिश बांग्लादेश पर भारत से दुश्मनी रखने वाले देशों के असर को कम करने के लिए की जा रही है. अभी मोदी और बांग्लादेश की अवामी लीग सरकार के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं.
बांग्लादेश से टैलंट और नॉलेज को हासिल करने के लिए आकाशवाणी की स्पैशल बांग्ला सर्विस को अपग्रेड किया जा रहा है. मैत्री बांग्लादेश में पाकिस्तान और चीन के रेडियो चैनलों की मजबूत पहुंच पर लगाम लगाने की दिशा में भी बड़ा कदम है. इसने बांग्लादेश के लोकल एफएम चैनलों के साथ टाई-अप का प्रोसेस भी शुरू कर दिया है.
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