पश्चिम बंगाल में शाम पांच बजे तक 84 प्रतिशत से अधिक मतदान
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के गुरुवार को छठे और आखिरी चरण में शाम पांच बजे तक 84 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया.
प. बंगाल में 84 प्रतिशत से अधिक मतदान (फाइल फोटो) |
पूर्वी मिदनापुर जिले में 85.09 प्रतिशत और कूचबिहार में 82.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. शाम पांच बजे तक समग्र औसत 84.24 प्रतिशत था.
तृणमूल कांग्रेस के दो उम्मीदवारों को कूचबिहार जिले में कथित तौर पर चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने और चुनाव कर्मियों को धमकाने के लिए चुनाव आयोग की नाराजगी का सामना करना पड़ा.
तृणमूल कांग्रेस के नताबारी से उम्मीदवार रवींद्रनाथ घोष, और दिनहाटा से उद्यान गुहा के खिलाफ संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों से शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. दिनहाटा में चुनाव आयोग ने गुहा को बूथ के भीतर मतदान कक्ष में जाने से नहीं रोक पाने के लिए एक पीठासीन अधिकारी को हटा दिया.
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय मुद्दों को लेकर कुछ लोगों ने पूर्वी मेदिनीपुर जिले के मोयना विधानसभा क्षेत्र स्थित दो बूथों पर आज मतदान का बहिष्कार किया. पुलिस ने कहा कि उसने आज दिन में कुल मिलाकर 30 गिरफ्तारियां की जिसमें से 29 ऐहतियाती थीं.
स्वतंत्रता के बाद पहली बार कूचबिहार के सीमा परिक्षेत्रों के 9776 निवासियों को मतदान का अधिकार मिला. यह गत वर्ष क्षेत्रों के भारत में औपचारिक रूप से शामिल होने के चलते संभव हो पाया. मतदान का अधिकार प्राप्त करने वालों में 103 वर्षीय असगर अली भी थे जो पहली बार मतदान करने के लिए अपने परिवार की तीन पीढ़ियों के सदस्यों के साथ मतदान केंद्र पर आये थे.
पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के सभी मामलों की जांच राज्य पुलिस द्वारा की जाएगी क्योंकि सभी केंद्रीय बलों की कल राज्य से रवानगी शुरू हो जाएगी. राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक :कानून एवं व्यवस्था: अनुज शर्मा ने कहा कि हम चुनाव बाद हिंसा की रिपोर्ट मिलने के बाद अतिरिक्त राज्य पुलिस बल कर्मी भेज रहे हैं.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनील गुप्ता ने कहा कि पहली बार मतदान करने वालों के बीच उत्साह देखा गया क्योंकि उनमें से 80 प्रतिशत से अधिक मतदान करने के लिए बूथ पर आये. 25 विधानसभा क्षेत्रों में 6774 मतदान केंद्रों पर शाम छह बजे तक 58 लाख से अधिक मतदाता मतदान करने के लिए पात्र थे. इस चरण में 18 महिलाओं सहित कुल 170 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. दिन के समय आयोग को 1500 से अधिक शिकायतें मिलीं जिसमें 40 का निस्तारण लंबित है.
पूर्वी मिदनापुर के भूपतिनगर में मतदाताओं को अपहृत करने की शिकायत मिली जबकि कोलाघाट में एक मतदाता ने शिकायत की कि जब वह मतदान करने के लिए गया तब उस पर हमला किया गया और यहां तक कि उसकी सोने की अंगूठी भी छीन ली गई.
तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पूर्वी मिदनापुर जिले के मोयना विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 236 के पास हथियारों के साथ जमा होने और बूथ संख्या 14, 107 और 249 को अवरूद्ध करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक शिकायत दर्ज करायी.
मोयना विधानसभा क्षेत्र के गोबरा इलाके में बूथ संख्या 231 के पास मतदाताओं को भोजन बांटने के आरोप में सुरक्षाकर्मियों ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस एवं कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं के दो समूह मतदाताओं के बीच कथित रूप से भोजन बांट रहे थे. सुरक्षाकर्मियों ने उनका पीछा किया, उनमें से अधिकतर भागने में सफल रहे लेकिन पांच को पकड़ लिया गया.
माकपा ने दावा किया कि वह नंदीग्राम के कम से कम 52 बूथों पर चुनाव एजेंट नियुक्त नहीं कर पायी जिस पर तृणमूल के सांसद शुवेंदु अधिकारी ने चुटकी लेते हुए कहा, \'\'इसके लिए हमें दोषी नहीं ठहराया जा सकता.\'\'
माकपा प्रदेश सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा, \'\'नाटाबाड़ी के तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सरेआम मतदान अधिकारी को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं. अलग थलग होने की हताशा इतनी ज्यादा है.\'\' इस क्षेत्र से तृणमूल उम्मीदवार और पार्टी जिला अध्यक्ष रवींद्रनाथ घोष ने नाटाबाड़ी के देवचराई में केंद्रीय बलों की मनमानी का भी आरोप लगाया.
पूर्वी मेदिनीपुर के हल्दिया से पुलिस के हवाले से मिली खबरों के अनुसार रामनगर के शंकरपुर में एक माकपा समर्थक के घर पर हमला किया गया. जिले के तमलुक में माकपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं आलोक बर्मन और अशोक बर्मन को पीटा. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नाटाबाड़ी में एक पीठासीन अधिकारी के बीमार पड़ जाने के बाद उसे हटा दिया गया.
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