असम में बीजेपी सरकार बनी तो रोकेंगे बांग्लादेशी घुसपैठ : अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अगर असम में बीजेपी की सरकार बनी तो यह बांग्लादेश की ओर से होने वाली घुसपैठ पर नकेल कसेगी.
असम में BJP सरकार बनी तो रोकेंगे बांग्लादेशी घुसपैठ (फाइल फोटो) |
अमित शाह ने असम में जारी घुसपैठ के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि बीजेपी असम और बोडोलैंड क्षेत्र के लोगों के अधिकारों का उल्लंघन न होने देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. शाह बोडोलैंड दिवस के अवसर पर बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट की ओर से आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
अमित शाह ने कहा कि बोडोलैंड स्वायत्त क्षेत्रीय परिषद (बीटीसी) के विकास पर केन्द्र सरकार का ध्यान है और सरकार देश के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का ध्यान सभी क्षेत्रों के चहुंमुखी विकास पर है.
देश का विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक एक क्षेत्र विकास में पिछड़ रहा हो. असम में कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने आरोप लगाया कि पिछले 15 वर्ष में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में राज्य को पीछे धकेल दिया गया.
उन्होंने कहा,\'पिछले 15 वर्ष में कांग्रेस ने केवल भ्रष्टाचार किया और असम को पीछे धकेल दिया. असम प्राकृतिक संपदा, कार्य क्षमता और पर्यटन केन्द्र के मामले में संपन्न है. सभी मोर्चे पर राज्य के पिछड़े होने से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली, सड़क, स्वच्छ पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाओं की अनुपलब्धता है. राज्य में बेरोजगारी भी बढ़ गई है. 2001 में जहां नौ लाख लोग बेरोजगार थे वहीं मौजूदा समय में 23 लाख लोग बेरोजगार है.\'
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को असम में बसाने में सहयोग किया और स्थानीय लोगों के अधिकारों का अतिक्रमण किया. उन्होंने कहा कि 2003 में जब बीजेपी की सरकार केन्द्र में थी तो इसी दिन बोडोलैंड शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. उन्होंने राज्य में विधानसभा चुनाव में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट(बीपीएफ)-भाजपा को वोट देने का आग्रह किया.
बीटीसी के लिए 1000 करोड़ रुपये के विकास पैकेज की बीपीएफ की मांग पर शाह ने कहा कि केवल 1000 करोड़ नहीं बल्कि भाजपा की सरकार और भी फंड देने के लिए प्रतिबद्ध है. गौरतलब है कि भाजपा ने राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए बीपीएफ के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन कर लिया है. बीपीएफ बीटीसी में सत्तारूढ़ पार्टी है और राज्य में कांग्रेस का पूर्व सहयोगी दल है. चुनाव पूर्व गठबंधन तय होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले माह कोकराझार आए थे और वह बीपीएफ की एक रैली में शामिल हुए थे.
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