हेडली के खुलासे के बाद छिड़ी नई बहस: जानिए, कौन थी इशरत जहां
पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली के गुजरात के चर्चित इशरत जहां एनकाउंटर मामले में बड़े खुलासे ने इस केस में एक बार फिर नया मोड़ ला दिया है.
जानिए, कौन थी इशरत जहां |
हेडली ने गुरुवार को खुलासा किया है कि 2004 में अहमदाबाद में मारी गई मुंबई की लड़की इशरत जहां लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करती थी. डेविड ने माना है कि इशरत जहां सुसाइड बॉम्बर थी.
दरअसल, मुंबई से सटे ठाणे के मुंब्रा इलाके में रहने वाली इशरत जहां को 15 जून 2004 को तीन अन्य जावेद शेख उर्फ प्रणेश पिल्लई, अमजद अली और जीशान जोहर अब्दुल गनी के साथ अहमदाबाद के बाहरी इलाके में गुजरात पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था.
इन पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का आरोप था और इस एनकाउंटर की अगुवाई आईपीएल अधिकारी डी डी बंजारा ने की थी.
इशरत जहां के साथ मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकी मारे गए अमजद अली एवं जीशान जोहर अब्दुल गनी पाकिस्तानी मूल के थे.
इशरत जहां के मुठभेड़ पर गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह और गुजरात पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे थे.
इशरत जहां के परिवार ने दावा किया था कि वह छात्रा थी. इशरत की मां शमीमा कौसर ने गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसमें कहा गया था कि उनकी बेटी जावेद शेख के परफ्यूम बिजनेस में सेल्स गर्ल का काम करती थी.
वहीं गुजरात पुलिस का कहना था कि इशरत और उसके तीनों साथी लश्कर के आतंकी थे और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को मारने के इरादे से वहां पहुंचे थे.
इशरत जहां एनकाउंटर पर शुरुआत से ही सवाल उठते रहे और बाद में मिजिस्ट्रियल जांच में पुलिस की कहानी में कई पेंच पाए गए थे.
इशरत के साथ मारे गये दो लोग, जिन्हें पुलिस पाकिस्तान बता रही थी, उन्हें भारत का ही बताया गया. इस मामले की वजह से डीजीपी बंजारा पर तो कार्रवाई हुई ही और भी कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी थी.
हेडली के इस खुलासे ने एक बार फिर नई बहस को जन्म दे दिया है.
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