हेडली का बड़ा खुलासा, लश्कर की आत्मघाती हमलावर थी इशरत जहां

Last Updated 11 Feb 2016 09:40:08 AM IST

पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुंबई की एक अदालत के सामने गुरुवार को भी अपनी गवाही में कई बड़े खुलासे किए.


(फाइल फोटो)

इशरत जहां के बारे में एक बड़ा खुलासा करते हुए हेडली ने बताया कि मुम्बरा की लड़की इशरत जहां लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करती थी. वह लश्कर की एक आत्मघाती हमलावर थी.

उल्लेखनीय है कि गुजरात पुलिस ने 2004 में एक मुठभेड़ में इशरत जहां सहित चार आतंकियों को मार गिराया था. इसे लेकर पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ के आरोप लगते रहे हैं.

हेडली ने बताया कि तहव्वुर राणा लश्कर के साथ उसके संबंध और इस बारे में जानता था कि वह आतंकवादी संगठन के निर्देशों पर खुफिया काम के लिए भारत जा रहा है.

उसने बताया कि राणा 26/11 हमलों से ठीक पहले मुंबई आया था और उसने हेडली को भारत छोड़ने की सलाह दी थी ताकि वह सुरक्षित रहे.

हेडली ने अदालत से कहा कि उसने किसी तरह के शक से बचने के लिए मुंबई में अपना एक ऑफिस खोला था. हेडली ने कहा कि उसने मुंबई में रेकी की और इसके बाद खुद को सुरक्षित रखने के लिए दक्षिण मुंबई के तारदेओ इलाके में एक ऑफिस खोला. उसने कहा, ‘‘मैंने एसी मार्केट में किराए पर ऑफिस लिया था ताकि किसी को मेरे बारे में किसी प्रकार का शक नहीं हो.’’

हेडली ने यह भी कहा कि तहव्वुर राणा ने मंबई में उसे कई बार पैसे भेजे थे. उस दौरान हुए ट्रांजेक्शन की रसीद भी मिली हैं जिनमें हेडली के हस्ताक्षर हैं.

हेडली ने अदालत को बताया कि उसे सितंबर 2006 में भारत आने से पहले मेजर इकबाल ने 25,000 डॉलर दिए थे.

मेरिका के शिकाको जेल में बंद हेडली तकनीकी गड़बड़ी के कारण यहां की महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (मकोका) अदालत में बुधवार को तीसरे दिन बयान नहीं दे पाया था.

इससे पहले हेडली ने बताया था कि आईएसआई पाकिस्तान में विभिन्न आतंकवादी संगठनों को वित्तीय, सैन्य और नैतिक समर्थन मुहैया कराके उनकी मदद कर रहा है.

हेडली ने मुंबई के उन स्थानों की रेकी की थी जहां 26 नवंबर 2008 को लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकवादियों ने हमला किया था.

हेडली ने यह भी खुलासा किया कि संगठन ने शुरू में ताज महल होटल में भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों के एक सम्मेलन पर हमला करने की योजना बनाई थी.

उसने बताया कि उसने लश्कर के कमांडरों के निर्देश पर प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर और नौसेना के वायुसेना स्टेशन की भी रेकी की थी.

उसने भारत में आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने में पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसी की संलिप्तता के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि वह आईएसआई अधिकारी ब्रिगेडियर रियाज को लश्कर के शीर्ष कमांडर जकी उर रहमान लखवी के आका के रूप में जानता है. लखवी 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड था.

हमलों से पहले सात बार मुंबई आने वाले हेडली ने खुलासा किया कि मुंबई को निशाना बनाने की साजिश 26/11 से एक साल पहले ही शुरू कर दी गई थी.



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