शिवसेना ने चुटकी ली, शरीफ के साथ हाथ मिलाकर मोदी ने दिखाई ‘गहरी सहिष्णुता’

Last Updated 02 Dec 2015 11:38:19 AM IST

शिवसेना ने पेरिस में जलवायु सम्मेलन मे मोदी शरीफ मुलाकात पर लिखा है कि हमारे प्रधानमंत्री ने नवाज़ शरीफ से हाथ मिला कर ‘गहरी सहिष्णुता’ दिखाई है.


फाइल फोटो

शिवसेना मोदी शरीफ मुलाकात पर लिखती है की पेरिस में हमारे प्रधानमंत्री ने नवाज़ शरीफ से हाथ मिला के कितनी सहिष्णुता का परिचय दिया है. साथ ही नवाज़ शरीफ ने बताया की सोफे पे बैठ कर शरीफ के साथ चर्चा करते वक़त हमारे प्रधानमंत्री ने बॉर्डर पर हो रहे पाकिस्तान दुवारा हमारे सैनिक पर हमले के बारे में कहा, हमे जो रोज़ाना धमकिया मिल रही है और बॉर्डर पर सैनिक मरे जा रहे है उस पर इतने विनम्रता से उस देश के प्रधानमंत्री से चर्चा करे ये सहिष्णुता नही तो क्या है.

मोदी ने सहिष्णुता का जो परिचय दिया है इस से अपने देश में आसहिष्णुता पर जो बवंडर उठा है उसे अब ठंडा हो जाना चाहिए, अपने लेख में उद्धव यही नही रूखे और मोदी को आड़े हाथो लेते हुए कहा के शरीफ ने जब मोदीजी से हाथ मिलाया तब ही भारत पाक क्रिकेट श्रंखला को अनोमति दी और इस श्रंखला का मूरत शरीफ ने 26/11 का रखा.

मतलब शरीफ ने मुम्बई हमले के सूत्र धारक कसाब को मान-वंदना देने का काम किया. और हिंदुस्तान पे ज़ख़्म लगाने का काम किया, ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री ने 26/11 पर ज़रूर सवाल किये होंगे, शरीफ को ये कहकर ज़रूर फटकार लगाई होगी की पाक को क्रिकेट मैच को अनोमति देने के लिए 26/11 का ही दिन मिला क्या. ये बात सुन कर शरीफ मिया जिस सोफे पर बैठे होंगे वही थर्रा गएँ होंगे.

शिवसेना ने कहा, ‘देश में अच्छे दिन लाने के लिए मोदी से जो बन पड़ रहा है, वह कर रहे हैं. इस काम के लिए वह व्यापक स्तर पर यात्राएं कर रहे हैं और उड़ानें भर रहे हैं.’
    
शिवसेना ने कहा, ‘यदि नेपाल जैसा एक छोटा देश हमारे सैनिकों को बंधक बनाकर आंखे दिखा सकता है तो फिर अब इस बात पर बहस करने का समय आ गया है कि भारत कहां गलत जा रहा है.’



संपादकीय में कहा गया, ‘‘जैसे शरीफ पेरिस में अचानक मोदी से मिल गए..कौन जाने, किसी दिन नेपाल के नेता भी उन्हें ‘अचानक’ मिल जाएं और तब खड़े-खड़े की गई बातचीत में ही द्विपक्षीय मुद्दे सुलझ जाएंगे.’
    
ज्ञात हो, शिवसेना पड़ोसी देश के साथ सांस्कृतिक एवं खेल के रिश्ते बनाने के खिलाफ रही है। शिवसेना के विरोध प्रदर्शन के बाद, हाल ही में मुंबई में पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के संगीत समारोह का आयोजन रद्द कर दिया गया था.
    
पार्टी ने पूर्व पाकिस्तानी विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी द्वारा लिखित पुस्तक के मुंबई में होने वाले अनावरण का भी विरोध किया था और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बाद में इस समारोह के आयोजक सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर कालिख पोत दी थी.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment