गांधी, नेहरू और इंदिरा की नहीं की जा सकती उपेक्षा: त्यागी
जेडीयू के सदस्य केसी त्यागी ने राज्यसभा में कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है.
जेडीयू नेता केसी त्यागी (फाइल फोटो) |
त्यागी ने संविधान निर्माता डॉ बी आर अंबेडकर की 125वीं जयंती समारोह के उपलक्ष्य में संविधान के प्रति प्रतिबद्धता पर चर्चा में हिस्सा में लेते हुए कहा कि इन तीनों महान नेताओं की विरासत को बर्बाद नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि नेताओं की किसी भी स्थिति में उपेक्षा नहीं की जा सकती है.
त्यागी ने कहा कि डॉ अंबेडकर ने हिन्दू धर्म की असहिष्णुता के कारण इस धर्म को छोड़ दिया और अपने समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म में शामिल हो गये.
उन्होंने कहा कि दादरी की घटना दुर्घटना नहीं थी बल्कि यह समाज में तनाव पैदा करने के प्रयास के तहत किया गया.
उन्होंने कहा कि नये हिन्दुस्तान का निर्माण बड़े दिल से हो सकता है.
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि आजादी के 68 वर्षों के बाद भी सिर पर मैला ढोने की प्रथा आज भी है और 19 वर्षों से संसद में महिलाओं को आरक्षण देने का विधेयक लंबित है.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के लोकसभा में जितने भी सदस्य है उनमें से 35 प्रतिशत महिलाएं है.
उन्होंने बार-बार अध्यादेश जारी करने पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि अच्छे लोकतंत्र के लिये यह बेहतर नहीं है. उन्होंने कुछ योजनाओं में केन्द्रीय राशि के आवंटन को समाप्त करने पर चिंता व्यक्त की.
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