शीतकालीन सत्र में 'असहिष्णुता' पर संसद 'गर्म'
देश में असहिष्णुता की घटनाओें से उत्पन्न स्थिति पर लोकसभा में सदस्यों ने मंगलवार को कहा कि इस पर वोट बैंक की राजनीति करने का प्रयास करने की बजाय कोशिश यह होनी चाहिए कि सहिष्णुता और सौहार्द का माहौल बना रहे और आगे बढ़े.
- 16:58 : उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बेंगलुरू में एक कार्यक्रम में कहा था कि सब लोग मिलकर प्यार से काम करें. मैं यही कहना चाहती हूं कि आप हमसे नफरत न करें, न हमें आपको नफरत करने पर मजबूर करें.
- 16:36 : उन्होंने कहा, लोग कह रहे हैं कि देश में असहिष्णुता बढ़ गई है. मैं यूपी के बारे में पूछना चाहती हूं कि वहां की कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी क्या वहां की सरकार की नहीं है
- 16:35 : भाजपा सांसद किरण खेर ने कहा कि हमारी सरकार आते ही लोगों को असहिष्णुता का इंजेक्शन लग गया है.
- 16:21 : शशि थरूर ने कहा, अगर आप घर में हेट इन इंडिया चलाएंगे तो मेक इन इंडिया सफल नहीं हो सकता
- 16:21 : राज्यसभा में रविशंकर प्रसाद ने कहा हिंदुस्तान जितना हिंदुओं का है, उतना ही मुसलमानों का भी है. जितना उत्तर का है, उतना दक्षिण का है. उतना ही आदिवासियों का भी है
- 15:42 : उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं संबंधित राज्य सरकारों की असफलता है जिसके लिए उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए, न कि केन्द्र का
- 15:42 : गल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी दादरी जैसे घटनाओं की निंदा करती है लेकिन इन्हें प्रधानमंत्री या गृह मंत्री की असफलता बताना एकदम गलत है
- 15:42 : टीडीपी नेता ने कहा कि भारत सदियों से सहिष्णुता के लिए जाना जाता है. यह दुनिया का सबसे विविधता वाला देश है और जहां वि के सभी धर्मावलंबी सौहार्द से रहते हैं
- 15:42 : तेलगु देशम के जयदेव गल्ला ने कहा कि भारत ने सभी धर्मों को अपने में समाहित किया है और यहां तक कि जो धर्म अपने उदय के क्षेत्रों में प्रताड़ित हुए उन्हें भी अपने यहां पनाह दी
- 15:41 : उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले फिल्मकारों और साहित्यकारों के विरूद्ध कार्रवाई होनी चाहिए
- 15:40 : शिवसेना के गजानंद कीर्तिकर ने कहा कि फिल्मकारों, साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों को असहिष्णुता की किसी बात पर ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे असहिष्णुता को और बढ़ावा मिले
- 14:26 : असहिष्णुता की घटनाओं पर वोट बैंक की राजनीति नहीं हो : लोकसभा में चर्चा
- 14:25 : सभी नागरिकों को सामाजिक आर्थिक न्याय मिले : डी.राजा
- 13:29 : गृहमंत्री राजनाथ सिंह असहनशीलता पर जारी बहस के बीच आज अपने ऊपर लगे आरोपों पर दोपहर 2 से 2.30 बजे के बीच जवाब देंगे
- 13:11 : इस बीच राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विभाजनकारी विचारों को दिमाग से हटाने पर जोर देते हुए मंगलवार को अहमदाबाद में कहा कि भारत की असल गंदगी गलियों में नहीं, बल्कि हमारे दिमाग में, विचारों में है उसकी सफाई जरूरी है.
- 12:34 : उन्होंने कहा कि दादरी की घटना दुर्घटना नहीं थी बल्कि यह समाज में तनाव पैदा करने के प्रयास के तहत किया गया.
- 12:33 : त्यागी ने कहा कि डॉ अंबेडकर ने हिन्दू धर्म की असहिष्णुता के कारण इस धर्म को छोड़ दिया और अपने समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म में शामिल हो गये
- 12:33 : त्यागी ने 'संविधान के प्रति प्रतिबद्धता पर चर्चा' में हिस्सा में लेते हुए कहा कि इन तीनों महान नेताओं की विरासत को बर्बाद नहीं किया जा सकता
- 12:31 : जेडीयू नेता केसी त्यागी ने राज्यसभा में कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है
- 12:17 : इस पर रिजिजू ने कहा कि गृह मंत्रालय के पास जो रिपोर्ट है, उससे इन आरोपों का कोई आधार नहीं बनता है. कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य की है और हम उन्हें समय समय पर परामर्श भेजते हैं.
- 12:16 : विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि जहां जहां भाजपा की उपस्थिति अधिक है, वहां साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं देखने को मिली है
- 12:16 : हम किसी भी सम्प्रदायिक घटना को पार्टी के आधार पर नहीं देखते बल्कि उसे घटना के आधार पर देखते हैं: रिजिजू
- 12:15 : उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है, केंद्र इस बारे में राज्य से रिपोर्ट प्राप्त करने और विचार विमर्श करने के बाद कदम उठाती है और सीधे कोई बल नहीं भेजती
- 12:15 : गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि केंद्र में भाजपा नीत सरकार 2014 के मध्य में आई और तब से लेकर देश में साम्प्रदायिक हिंसा के घटनाओं में कमी का रूख देखा गया है
- 11:38 : मोहम्मद सलीम ने कहा, मैं राजनाथ सिंह का आदर करता हूं. हम आरएसएस के खिलाफ हैं. मैंने देश तोड़ने वालों के खिलाफ बोला
- 11:35 : लोकसभा में असहिष्णुता पर चल रही बहस में आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी बोलेंगे
- 11:17 : संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले वाम दलों ने असहिष्णुता को लेकर विरोध प्रदर्शन किया
- 11:16 : असहिष्णुता पर लोकसभा में हो रही बहस का गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज जवाब देंगे
- 11:16 : संसद में आज भी हंगामे के आसार हैं
विंटर सेशन में संसद 'गर्म' |
इस विषय पर सदन में सोमवार को शुरू हुई चर्चा को मंगलवार को आगे बढ़ाते हुए अन्नाद्रमुक के पी. कुमार ने कहा कि असहिष्णुता की घटनाओं से देश की छवि खराब हो रही है और हमारी अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर रही है.
उन्होंने अपने राज्य तमिलनाडु में साम्प्रदायिक सौहार्द बने रहने की बात करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद ढांचा गिराए जाने के समय देश भर में दंगे और तनाव की स्थिति बनी लेकिन तमिलनाडु में ऐसा नहीं हुआ.
शिवसेना के गजानंद कीर्तिकर ने कहा कि फिल्मकारों, साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों को असहिष्णुता की किसी बात पर ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे असहिष्णुता को और बढ़ावा मिले. उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले फिल्मकारों और साहित्यकारों के विरूद्ध कार्वाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा जादू-टोटके का विरोध ठीक है लेकिन उसके नाम पर किसी धर्म की भावनाओं को आहत करना सरासर गलत है.
तेलगु देशम के जयदेव गल्ला ने कहा कि भारत ने सभी धर्मों को अपने में समाहित किया है और यहां तक कि जो धर्म अपने उदय के क्षेत्रों में प्रताड़ित हुए उन्हें भी अपने यहां पनाह दी.
तेदेपा नेता ने कहा कि भारत सदियों से सहिष्णुता के लिए जाना जाता है. यह दुनिया का सबसे विविधता वाला देश है और जहां वि के सभी धर्मावलंबी सौहार्द से रहते हैं.
उन्होंने कहा कि केवल राजनीतिक षड़यंत्रों और वोट बैंक की राजनीति के कारण धर्मों, जातियों का दुरूपयोग शुरू हुआ.
गल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी दादरी जैसे घटनाओं की निंदा करती है लेकिन इन्हें प्रधानमंत्री या गृह मंत्री की असफलता बताना एकदम गलत है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं संबंधित राज्य सरकारों की असफलता है जिसके लिए उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए, न कि केन्द्र को.
चर्चा के दौरान वाईएसआर कांग्रेस के वारा प्रसाद राव ने आरोप लगाया कि आज खानपान के नाम पर असहिष्णुता का माहौल पैदा किया जा रहा है. दादरी घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें भाजपा के एक स्थानीय नेता का नाम सामने आया है.
राव ने कहा कि दुनिया में भारत को विविधतापूर्ण समाज और सच्चे धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में जाना जाता है लेकिन हाल की घटनाएं चिंता पैदा करती है.
देश में वर्तमान समय में असहिष्णुता बढ़ने का आरोप लगाते हुए राकांपा की सुप्रिया सुले ने कहा कि सरकार इस कृति में भाग नहीं लेती, अनुमोदन भी नहीं करती हो लेकिन वह ऐसी घटनाओं पर चुप रहती है, यही सबसे बड़ी आपत्ति है जो ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देती है.
महराष्ट्र में खासकर असहिष्णुता के माहौल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे को बर्दाश्त करने की जरूरत क्यों पड़ी, हम एक दूसरे के साथ सहअस्तित्व के माहौल में क्या नहीं रह सकते?
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी के कुछ सांसद, कुछ मंत्री गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं और शीर्ष नेतृत्व चुप रहता है.
सुले ने कहा कि आपको आत्तचिंतन करने की जरूरत है. राजनाथ जी अपने सांसदों और मंत्रियों को यह सलाह दें कि वो बोलने से पहले सोचें.
सपा के धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के कुछ मंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के कुछ सांसद उकसाने वाले बयान देकर माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं. हमारे समक्ष गरीबी, बेरोजगारी, निरक्षता जैसी चुनौती है और हमें उससे लड़ना है.
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