गलत बयान छापने पर आउटलुक ने गृह मंत्री से मांगी माफी
'हिंदू शासक' वाले मुद्दे पर आउटलुक पत्रिका ने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का गलत बयान छापने के लिए माफी मांगी है.
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद मोहम्मद सलीम |
असहिष्णुता के मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा के दौरान सोमवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के मोहम्मद सलीम ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के एक पत्रिका में छपे बयान का उल्लेख किया करते हुए गंभीर आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा कि पत्रिका के मुताबिक श्री सिंह ने बयान दिया है, देश में 800 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में किसी हिंदू शासक ने सत्ता की बागडोर संभाली है. श्री सलीम के इस बयान पर संसद में जमकर हंगामा हुआ था.
श्री सलीम के आरोपों से आहत श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. अगर ऐसे आरोपों में जरा भी सच्चायी है तो उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
आउटलुक ने बाद में ये स्वीकार किया कि उसने राजनाथ के नाम से गलत बयान प्रकाशित किया था. आउटलुक ने इस पर गहरा खेद जताते हुए कहा है कि उससे तथ्यों की पड़ताल में गलती हुई है.
आउटलुक ने अपने बयान में कहा ‘‘गृह मंत्री या फिर संसद को नीचा दिखाना हमारा मकसद नहीं था. हम राजनाथ सिंह और मोहम्मद सलीम को हुई शर्मिंदगी के लिए खेद जताते है. हमने अपने ऑनलाइन संस्करण में सुधार कर लिया है’’
आउटलुक ने कहा कि 16 नवंबर 2015 को छपी मैगजीन की कवर स्टोरी में ‘‘800 सालों बाद पहला हिंदू शासक’’ वाला बयान विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नेता अशोक सिंघल का था जोकि गलती से राजनाथ सिंह के नाम से छप गया था.
बाद में, लोकसभा अध्यक्ष द्वारा मोहम्मद सलीम के बयान को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया.
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