पीओके को लेकर अब्दुल्ला के बयान पर भड़की शिवसेना, कहा- प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दें प्रतिक्रिया

Last Updated 29 Nov 2015 03:07:42 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को कथित तौर पर पाकिस्तान का हिस्सा बताये जाने पर आपत्ति जताते हुए शिवसेना ने मांग की कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को नेशनल कॉन्फ्रेन्स के संरक्षक के इस विवादित कथन पर प्रतिक्रिया देनी चाहिये.


शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत (फाइल फोटो)

शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने पार्टी के प्रादेशिक पदाधिकारी सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘अखंड भारत की परिकल्पना के मुताबिक पीओके की जमीन भारत की ही है. शिवसेना मांग करती है कि पीओके को लेकर अब्दुल्ला के ताजा बयान पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अपनी प्रतिक्रिया दें.’ 

राज्यसभा सांसद ने एक सवाल पर भारतीय सेना की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा, ‘हमारी सेना पाकिस्तान की ओर कूच कर इस पड़ोसी मुल्क को अपनी ताकत दिखाने में सक्षम है. जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने के लिये सेना को पूरे अधिकार मिलने चाहिये.’  

भारत और पाकिस्तान के बीच श्रीलंका में दिसंबर में संभावित क्रिकेट सीरीज से जुड़े सवाल पर राउत ने कहा, ‘भारत सरकार ने इस सीरीज को अब तक अपनी मंजूरी नहीं दी है. भारत सरकार को देश की जनता की भावनाओं की थाह लेते हुए पूरी सावधानी से इस सीरीज के मामले में फैसला करना चाहिये. यह निर्णय पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भावना के आधार पर नहीं होना चाहिये.’  

देश में कथित रूप से बढ़ती असहिष्णुता के बारे में चल रही बहस पर राउत ने कटाक्ष भरे लहजे में कहा, ‘भारत के लोग हमेशा से सहिष्णु रहे हैं. हमने (वर्ष 1947 में) इस देश का विभाजन भी सह लिया था. हम कुछ लोगों के विरोध के कारण आज अयोध्या में राम मंदिर नहीं बना सकते. हम मान कर बैठे हैं कि जब यह विरोध खत्म होगा, तब हम वहां मंदिर बनायेंगे. यह बात भी सहिष्णुता की निशानी है.’ 

असहिष्णुता पर बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के विवादास्पद बयान के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, ‘भारत की दिशा आमिर खान और शाहरुख खान जैसे अभिनेता नहीं, बल्कि देश की जनता और राजनीतिक दल तय करेंगे. शाहरुख और आमिर को जनता की मान्यता हासिल नहीं है.’ 

इसके अलावा, राउत ने बताया कि शिवसेना हिंदुत्व के एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिये देश भर में अपने विस्तार अभियान में जुटी है. इसी कड़ी में शिवसेना मध्य प्रदेश की 200 से ज्यादा सीटों पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.

यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा के साथ रिश्तों में कथित तल्खी के कारण शिवसेना को महाराष्ट्र के बाहर अपने विस्तार पर विवश होना पड़ा है, उन्होंने कहा, ‘भाजपा के साथ हमारे रिश्ते अपनी जगह हैं. लेकिन हमें एक राजनीतिक दल के तौर पर अपने विस्तार का पूरा अधिकार है.’ 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment