भारत ने पाक को लिया आड़े हाथ, कहा-आतंकी गतिविधियां बंद करे
भारत में पाकिस्तान की कुछ हस्तियों के समारोह बाधित करने के प्रयासों को लेकर इस्लामाबाद की ओर से बहुलवाद की बात करने पर भारत ने उसे आड़े हाथ लिया.
भारत ने पाक को लिया आड़े हाथ, कहा-आतंकी गतिविधियां बंद करे |
भारत ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों को संचालित नहीं करना भारत-पाक संबंधों की बेहतरी का केंद्रबिंदु है.
शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने कहा, ‘जैसे कि पाकिस्तान सहिष्णुता, बहुलवाद की मूर्ति है. भारत को पाकिस्तान से बखान सुनने की जरूरत नहीं है. अगर भारत में कुछ कमी लगती है तो वह उस पर ध्यान देने में सक्षम है.’ इससे पहले पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि वह ‘भारत यात्रा करने वाली प्रसिद्ध पाकिस्तानी हस्तियों के संबंध में आयोजित समारोहों को बाधित करने के प्रयासों को चिंता की नजर से देखता है.’
पाकिस्तान ने गजल गायक गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द होने और मुंबई में अपने पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी के लिए आयोजित समारोह में बाधा डालने के प्रयासों का उल्लेख किया. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, ‘यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो.’ हालांकि सूत्रों ने कहा कि भारत अब भी उफा सहमति के अनुरूप एनएसए स्तर की वार्ता में रुचि रखता है, लेकिन आतंकवाद शासन तंत्र का हथियार नहीं हो सकता. सूत्रों ने कहा, ‘पाकिस्तान की घरेलू राजनीति की वजह से उफा के मुताबिक कुछ नहीं हुआ.’
उन्होंने कहा, ‘मुद्दा यह है कि यह मानना होगा कि आतंकवाद शासन तंत्र का हथियार नहीं हो सकता और आप यह नहीं कह सकते कि केवल गुरदासपुर हमला हुआ था और आप अनावश्यक प्रतिक्रिया क्यों दे रहे हैं या केवल बीएसएफ पर हमले पर आप गैरजरूरी प्रतिक्रि या क्यों दे रहे हैं.’ सूत्रों के अनुसार, ‘नियमित रूप से यह नहीं चल सकता. यह मानना होगा कि आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों को संचालित नहीं करना रिश्तों की बेहतरी का केंद्रबिंदु है.’ पाकिस्तानी नेताओं के कश्मीरी अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से मिलने के बारे में सूत्रों ने कहा कि अगर बातचीत या परामर्श के तरीके को या हुर्रियत से उनका संवाद इस तरह से किया जाए कि उन्हें तीसरा पक्ष पेश किया जाता है तो भारत को आपत्ति है.
उधर इस्लामाबाद में पाकिस्तान ने भारत में एक ‘कट्टरपंथी संगठन’ द्वारा दिग्गज पाकिस्तानी हस्तियों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम पर चिंता व्यक्त की और कहा कि यह सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा नहीं हों. पाकिस्तान की प्रतिक्रि या ऐसे समय पर आई है जब एक दिन पहले शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) प्रमुख सुधींद्र कुलकर्णी के मुंह पर स्याही पोत दी थी.
पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के विमोचन के लिए मुंबई में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्र म को रद्द करने से कुलकर्णी ने इनकार कर दिया था जिसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने ऐसा किया. इससे पहले शिवसेना ने पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के संगीत समारोह को बाधित करने की धमकी दी थी जिसके बाद मुंबई एवं पुणो में उनके समारोह रद्द कर दिए गए थे.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने मंगलवार को रात एक बयान में कहा, भारत की यात्रा पर गईं जानी मानी पाकिस्तानी हस्तियों के सम्मान में आयोजित समारोहों को बाधित करने की कोशिश हमारे ध्यान में आई है और हम इसे लेकर चिंतित है. प्रवक्ता ने एक कट्टरपंथी संगठन की धमकियों के कारण गुलाम अली का संगीत समारोह रद्द किए जाने और खुर्शीद महमूद कसूरी के पुस्तक विमोचन समारोह को बाधित करने की कोशिशों का जिक्र किया.
उन्होंने कहा, यह सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा नहीं हों. विदेशी नीति के थिंक टैंक आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन समेत आयोजकों ने हिंसक विरोध के बावजूद सोमवार को मुंबई में पुस्तक विमोचन समारोह आयोजित किया. यह समारोह शिवसेना द्वारा समारोह बाधित करने की धमकियों के बीच कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित किया गया.
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