चुनाव से होगी नये युग की शुरूआत: सू ची

Last Updated 07 Oct 2015 09:44:59 PM IST

अगले महीने होने वाले ऐतिहासिक संसदीय चुनाव जीतने को लेकर आश्वस्त आंग सान सू ची ने कहा है कि इससे म्यामांर के भविष्य का निर्णय होगा.


आंग सान सू ची

इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी कि उनके देश के लोकतंत्र की चाहत में भारत एक प्रमुख भूमिका निभाएगा.
    
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित सू ची ने कहा कि यदि वह सत्ता में आती हैं तो वह भारत और चीन दोनों के साथ ‘‘अच्छे संबंध’’ रखने का प्रयास करेंगी.
     
म्यांमार की 70 वर्षीय नेता ने कहा कि यदि उनकी ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ सरकार बनाती है तो कई सुधार शुरू किये जाएंगे जिसमें शक्तिशाली सेना को नागरिक सरकार के अधीन लाना, न्यायपालिका की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना, जातीय समूहों के बीच मेलमिलाप और अर्थव्यवस्था को खोलना शामिल है.
     
सैन्य शासन के खिलाफ तीन दशक तक संघर्ष करने वाली सू ची ने अपने देश में बदलाव में भारत की भूमिका को रेखांकित किया लेकिन गत जून में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा भारत-म्यांमार सीमा पर जिस तरह से एक सैन्य अभियान संचालित किया गया उसे लेकर आपत्ति जतायी.
     
यह पूछे जाने पर कि यदि उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो क्या भारतीय बलों को म्यांमार के भीतर ऐसे अभियान संचालित करने की अनुमति दी जाएगी, सू ची ने कहा कि उन्हें वर्तमान नीति के बारे में जानकारी नहीं लेकिन यदि ऐसे अभियानों को इजाजत दी जाएगी तो वह ‘‘चुपचाप और गुप्त तरीके’’ से नहीं बल्कि पारदर्शी तरीके से दी जाएगी.
     
वर्ष 1989 से 2010 के बीच 15 वर्ष तक घर में नजरबंद रही सू ची ने कहा कि उन्हें तब दुख हुआ जब वि के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने सैन्य सरकार के साथ अच्छे संबंध बनाये रखने के लिए लोकतंत्र पर ‘‘अपना रूख बदल दिया.’’ यद्यपि उन्होंने कहा कि ‘‘परिवर्तन’’ सही दिशा में हो रहे हैं और दोनों पड़ोसी देशों के बीच मित्रता जारी रहेगी.
     
उन्होंने इंडिया टूडे टीवी के करण थापर से कहा, ‘‘अतीत हमारे लिए केवल सीख लेने के लिए और इस पर सोचने और नाराज होने के लिए नहीं है.’’ सू ची ने कहा कि उन्होंने यह महसूस किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यामांर को उसके लोकतांत्रिक परिवर्तन में मदद करना चाहते हैं.
     
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत और चीन म्यांमार से मित्रता के लिए प्रतिद्वंद्वी बन रहे हैं, उन्होंने कहा कि उनका देश दोनों देशों को उनके मतभेद समाप्त करने में मदद कर सकता है. उन्होंने कहा कि म्यांमार दोनों देशों से अच्छे संबंध रखना चाहेगा.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment