भारत-जर्मन आर्थिक संबंध को नये स्तर पर ले जाना चाहता है भारत :मुखर्जी

Last Updated 06 Oct 2015 11:10:55 PM IST

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत यात्रा पर आईं जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से कहा कि भारत जर्मनी के साथ अपने आर्थिक संबंधों और सहयोग को नये स्तर पर ले जाना चाहता है.


राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल की मुलाकात.

तीन दिवसीय भारत यात्रा पर आईं जर्मन चांसलर ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में मुखर्जी से मुलाकात की. राष्ट्रपति ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भारत जर्मनी के साथ अपनी रणनीतिक भागीदारी को काफी महत्व देता है और मर्केल की यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में गहराई को परिलक्षित करती है.

राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने राष्ट्रपति को उद्धृत करते हुए कहा, \'\'भारत द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों और सहयोग को नए स्तर पर ले जाने को उत्सुक है. भारत का मानना है कि जर्मनी आर्थिक सहयोग में उसके भागीदार के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. भारत और जर्मनी को अपनी अर्थव्यवस्था और महती राजनैतिक समझ के करीबी एकीकरण के लिए काम करना चाहिए. संबंधों में सुधार की व्यापक संभावना है.\'\'

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच साल 2014-15 में द्विपक्षीय व्यापार 20.33 अरब डॉलर का था और वह यूरोपीय संघ में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है.

जर्मनी को अग्रणी विदेशी निवेशक बताते हुए मुखर्जी ने कहा कि 2015 दोनों देशों के बीच सघन द्विपक्षीय आदान-प्रदान का वर्ष है. उन्होंने उम्मीद जताई कि तीसरा भारत-जर्मन अंतर सरकारी विचार-विमर्श संबंधों को और प्रगाढ़ करने में मदद करेगा.

उन्होंने कहा, \'\'दोनों देशों के बीच संबंध लोकतंत्र, विधि के शासन और सहिष्णुता के साझा सिद्धांतों पर आधारित हैं. जर्मनी ने भारत के आर्थिक विकास में काफी योगदान दिया है.\'\'

अपने जवाब में जर्मन चांसलर ने राष्ट्रपति की भावना से सहमति जताई और कहा कि भारत जर्मनी का सबसे बड़ा विकास भागीदार है.

उन्होंने कहा, \'\'जर्मनी भारत के साथ समान मूल्यों को साझा करता है. विश्व अर्थव्यवस्था नाजुक बनी हुई है और दोनों देशों को इसे मजबूती प्रदान करने के लिए साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है.\'\'

 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment