कांग्रेस ने राहुल के खिलाफ आरएसएस के दावे को ''सरासर झूठ'' बताया
कांग्रेस ने मंगलवार को आरएसएस के मुखपत्र में छपी एक रिपोर्ट को ''सरासर झूठ'' बताते हुए खारिज किया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो) |
आरएसएस के मुखपत्र में दावा किया गया है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस साल की शुरूआत में अपनी 56 दिनों छुट्टी के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने के बावजूद दैनिक संसदीय भत्ता लिया.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, \'\'कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उस अवधि के दौरान कोई दैनिक भत्ता नहीं लिया, जब वह संसद में उपस्थिति नहीं थे.\'\'
आरएसएस के मुखपत्र आर्गेनाइजर के ताजा अंक में छपी एक रिपोर्ट में आधिकारिक दास्तावेजों का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि बजट सत्र के दौरान संसद से अनुपस्थिति रहने के बावजूद राहुल गांधी ने अपना पूरा वेतन भत्ता लिया. कांग्रेस उपाध्यक्ष इस साल के शुरू में करीब दो महीने छुट्टी पर थे.
अर्गेनाइजर ने संसद के नियमावली का हवाला देते हुए लिखा है कि 1954 में बने सांसदों के वेतनमान के नियम में सेक्शन-3 के तहत हर सांसद को 50,000 रुपये हर महीने वेतन दिया जाता है. इसके अलावा सदन की कार्यवाही चलने पर हर दिन संसद आने और उसकी बैठकों में हिस्सा लेने पर दो हजार रुपए का भत्ता भी दिया जाता है.
आरएसएस पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि भ्रामक झूठ और झूठी अफवाह फैलाना आरएसएस का पेटेंट निशान बन गया है. आरएसएस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वैचारिक गाईड है.
इसबीच संसद के सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने बजट सत्र के पहले हिस्से के लिए कोई दैनिक भत्ता नहीं लिया जब वह सदन से अनुपस्थित थे. राहुल गांधी अमेठी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
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