जम्मू कश्मीर सरकार ने जासूसी के उमर के आरोपों का खंडन किया
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सरकार के उनकी जासूसी का आरोप लगाने के एक दिन बाद सरकार ने यह कहकर उनपर पलटवार किया कि वह इसे मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला |
उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने शनिवार को कहा, ‘‘उमर लगभग रोजाना ट्वीट कर रहे हैं-हो सकता है उनके पास शुक्रवार को कोई मुद्दा नहीं हो इसलिए उन्होंने वह ट्वीट करने की सोची हो. राज्य सरकार को उनकी जासूसी करने की क्या जरूरत है.’’
सिंह ने कहा कि सरकार स्थिर है और अच्छा काम कर रही है और उमर उनके लिए कोई खतरा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार अच्छी तरह चल रही है, स्थिर है और अच्छा काम कर रही है. लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया है. वह कोई खतरा नहीं हैं. अगर किसी से कुछ खतरा हो तो जासूसी की जा सकती है. लेकिन जम्मू कश्मीर में वैसा कुछ भी नहीं है.’’
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताओं के आवास के बाहर सुरक्षा होना सामान्य है.
सिंह ने कहा, ‘‘वह सिर्फ मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं. मेरे घर के बाहर भी सुरक्षा है. अन्य नेताओं के यहां भी सुरक्षा है. अगर जासूसी हो रही होती तो अधिकारी ने खुले में पत्रकार को रोका नहीं होता. जासूसी उस तरीके से नहीं की जाती है. वह (उमर) खुद ही अपना खंडन कर रहे हैं.’’
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